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फर्स्ट लव - 2

राज उस लड़की के तरफ देखते हुए बोलता है"नहीं भाई मुझे नही खेलना तुम सब जाओ खेलो।"उसका दोस्त राज को अमीषा के तरफ देखते हुए देख कर बोलता है "ओ तो उसे देख रहा है"अपने बगल वाले क्लॉस में रहती है अमीषा नाम है मेरे ही घर के बगल में रहती है" अभी हालही में इसकी मां का देहांत हो गया और इसके पापा भी पहले ही चल बसे अब सिर्फ अकेली यही है इसके घर में बेचारी।"ये सुनते ही राज के रोंगटे खड़े हो जाते है और वो हमदर्द भरी नजरो से उसे देखने लगता है। पर वो अमीषा से बात कैसे करेगा किस बहाने से उसके पास जाए ये सोचता है और उसके पास हिम्मत करके जाता है और उसके बगल में बैठ जाता है।

अपने बगल में उसे बैठते देख अमीषा अपने आंसू पोछने लगती है,तभी राज कहता है"रहने दो ऐसे आंसू बह जाए तो ही अच्छा है,"राज की बात सुन कर अमीषा चुप्पी साधकर वही उसी हालत में बैठी रहती है।

राज अमीषा के चेहरे के तरफ देखते हुए कहता है"मुझे नही पता की मेरा ये सब कहना अभी सही होगा या नहीं अभी थोड़ी देर पहले मैंने तुम्हे रोते हुए देखा तो मेरे दोस्त ने बताया कि क्या हुआ तुम्हारे साथ। और ये सुनने के बाद मुझे भी बुरा लगा और किसी को भी लगेगा जिस उम्र में मां पापा की सबसे ज्यादा जरूरत होती है उसी उम्र में उनका साया अपने उप्पर से हट जाए तो ऐसा लगता है जैसे सर से छत है गया हो,और बिना छत के उस घर में रहने वाला इंसान तबाह होने लगता है।है मौसम उसे कमजोर बनाने लगती है,मेरा मतलब मौसम से दुनिया के लोग और उनकी कड़वी बातें।"

राज की बातें अमीषा चुप चाप जमीन पर देखते हुए सुने जा रही थी।और उसके आँखो से बूंद बूंद करके पानी टपक रहे होते है।ये देख कर राज दोबारा से बोलता हैं"देखो मैं तुमसे ये भी नही कह सकता की शांत हो जाओ सब ठीक हो जाएगा।पर खुदका ख्याल भी रखना जरूरी है इस हालत में।"

तभी अमीषा राज से उसका नाम पुछती है"तुम्हारा नाम ?" अमीषा जैसे ही ये सवाल करती है राज के चेहरे पर स्माइल आ जाती हैं और जवाब देते हुए कहता है"मेरा नाम राज है।"उसके नाम बताने के बाद अमीषा बोलती है"वैसे मैं पहले तुम्हें कभी नहीं देखी । कौन से क्लास में हो?"

राज जवाब देते हुए कहता है"मैं दसवीं में हू, और तुम्हारे बगल वाले क्लॉस में मेरा क्लास है।"राज के इतना कहते ही अमीषा उससे पूछती हैं "तुम मुझे जानते हो?"राज ना कहता है,तभी अमीषा कहती है"तो फ़िर तुम्हे कैसे पता तुम्हारे क्लास के बगल में ही मेरा क्लास है?"

"अरे वो मेरा दोस्त बताया वो भी तुम्हारे क्लास में पढ़ता है। तो बस उसी ने बोला।"अमीषा कुछ नहीं बोलती वो वहा से उठ कर जाने लगती है,राज भी उसके पीछे पीछे जाते हुए कहता है।"अच्छा सुनो अगर तुम्हे कोई प्रोब्लम न हो तो क्या हम दोनो दोस्त बन सकते है?"

राज के इतना कहते ही अमीषा वही पर रुककर पीछे मुड़ती है और फिर धीरे धीरे राज के तरफ बढ़ते हुए उसके करीब आकर अपना एक हाथ आगे करते हुए कहती है।"हाय, मेरा नाम अमीषा है"ये देखते ही राज अंदर ही अंदर बहुत खुश होता है और दोनो हैंड शेक करते है।और फिर दोनो में धीरे धीरे गहरी दोस्ती हो जाती है,ऐसे ही दिन बीतते चले जाते है।

राज एक शाम अपने दोस्तों के साथ खेल रहा होता है तो उसे अमीषा कुछ परेशान दिखाई पड़ती है वो बहुत घबराई हुई थीं राज उसे ऐसे जाते देख आवाज लगताहै"अमीषा ,,अमीषा"पर अमीषा राज को नजर अंदाज करके बस आगे बढ़े ही जा रही थी।


To be continued,,,