Samay ka Sanket books and stories free download online pdf in Hindi

समय का संकेत

1 . . . संकेत . . . . . . . . . . . . . .

आज कुछ घबराहट सी हो रही है। ऐसा लग रहा है कि पैरों में जान ही न रही हो । . . . सोफे पर लगभग गिरने की स्तिथि में बैठते हुए साहब ने कहा । , , , , , , ,

साहब पुलिश महकमें में अच्छे ओहदें पर थे । रिश्वत लेना उनका जन्म सिद्ध अधिकार था । . . . . . . . . . . . . . .

लेकिन आज जब से उन्होंने संकेत से 10 हजार रुपये मांगे तब से बेचैनी उनका साथ नही छोड़ रही थी। ऐसा नही था कि उन्होंने पहले ऐसे मंजर नही देखे थे , , पर आज कुछ तो अजीब लग रहा था ।

बार - बार संकेत का गिड़ गिड़ाता चेहरा उनके जहन में घूम रहा था ।

संकेत की जमीन पर कुछ दबंगों ने कबजा कर लिया था । साहब वंहा जाने के ही 10 हजार रु मांग रहे थे । संकेत ने लाख मिन्नतें की पर साहब का दिल न पिघला । तब से साहब बेचैनी सी महसूस कर रहे थे । अपनी पत्नी की रोने की आवाज से साहब की तंद्रा टूटी । आवाज लड़के के कमरे से आ रही थी ,, दौड़ कर साहब कमरे के अन्दर पहुंचे । जाकर देखा कि लड़का बैड़ पर पड़ा है । उसका आधा हिस्सा लटक गया है । लड़के को अधरंग हो गया । कल से हल्का सा बुखार था। और आज ये हो गया । अधरंग लड़के को हुआ था पर असर साहब पर हुआ था । ये लड़का साहब की इकलौती संतान था ।

साहब ने उसे बड़े अस्पताल में दाखिल कराया । महंगे से महंगे और अच्छे डॉक्टरों का प्रबंध किया । परन्तु कोई लाभ न हुआ । अब तो साहब के दुख का कोई पार न रहा । रह रह कर साहब को अपने विकर्म याद आ रहे थे । साहब का रो रो कर बुरा हाल था । तीन दिन से साहब ड्यूटी नही गये थे। जो भी आता कुछ ना कुछ नई सलाह देकर जाता पर साहब भी सभी पर अम्ल करते। पर लड़के को 19 – 20 भी फर्क नही। . . . . . . . . . . . .

एक दिन साहब का कोई दूर का रिस्तेदार किसी गांव से आया तो उसने बताया कि पास ही के गांव में एक देहाती युवक अधरंग का ईलाज करता है। , , , , , , , , , , , , , , , , , , ,

साहब ने कहा - - - फिर , , , , , , , इंतजार किस बात का कर रहे हो जितने पैसे चाहिए ले लो और उसे बूला कर लाओ। . . . . . . . . . . . . . .

नही वो नही आयेगा ,,, वो ईलाज करने किसी के घर नही जाता। . . . .

हमे ही उसके पास जाना होगा।

साहब ने तुरंत जाने का प्रबंध किया । लड़के को लेकर वो गांव पहुंचे । पता करके उस देहाती के घर पहुंचे तो उसका चेहरा साहब को जाना पहचाना लगा। दिमाग पर जोर देकर सोचने से उन्हें याद आया , , , , , , , , ,

अरे . . . . ये तो . . . . . . . संकेत है जिससे अभी तीन दिन पहले रिस्वत के 10 हजार रु मांगे थे ।

साहब, , . संकेत के पैरों पर गिरकर गिड़ गिड़ाने लगे । इसी लिए कहते हैं समय बड़ा बलवान है । कुछ समय पूर्व यही दर्श्य इसका विपरीत था । , , , , , , , , , , ,

संकेत ने कहा – - - भगवान पर भरोसा रक्खो साहब जी । हम सब तो उसके हाथ की कठपुतली हैं । सबकी डोर उसके हाथ में है । मुझ से जो हो सकेगा , , ,करुंगा।

फिर उसने एक अलमारी से कागज की एक पुड़िया निकाली और एक गिलास पानी में घोल कर साहब के लड़के को पिलायी ।

फिर उसने धीरे धीरे कोई मंत्र बुद बुदाते हुए अधरंग वाले हिस्से को बार बार छुआ । इस प्रक्रिया के कुछ देर बाद ही लड़का आश्चर्यजनक रुप से ठीक हो गया। , , , ,

साहब को तो अपनी आँखो पर यकीन ही नही हो रहा था । लड़का पहले जैसा हो गया था । , , , , , , , , , , , , , ,

साहब ने एक लाख रुपयों की गड़डी निकाल कर संकेत के सामने रख दी ।

संकेत ने बड़े प्यार और सम्मान के साथ नोटों की गड्ड़ी उठा कर वापस साहब के हाथों में रखते हुए कहा – साहब जी , , ,

. मेरी दवा की कीमत तो मात्र 1 या 2 रु होगी ।

और बात रही दुआ की तो उसकी कीमत आप चुका ना पाओगे क्योंकि वो अनमोल है। , , , , , , , , , , , , , , , , , , , ,

हां अगर आप मुझे कुछ देना चाहते हो तो एक वचन दो की कभी किसी गरीब , , ,

और गरीब ही क्यों किसी से भी रिस्वत नही लोगे और ईमानदारी से काम करोगे । . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . .

मैं अपने बेटे के सर पर हाथ रख कर कसम खाता हूं कि आज के बाद कभी भी रिस्वत नही लूंगा ।

और तुम्हारी जमीन के मामले को मैं देखूंगा । . . . . . . . . . . . . . . . . .

तुम्हारे साथ पूरा इंसाफ होगा । , , , , , ,

NOTE ; ; - No doubt money is a essential part of our life but it is not life itself . We should not be sick behind money . Moral value has great place in our society . One can buy many things and services as well with money but beyond a limit money can’t help .

Its a fact that no one carry any thing with him / her after death but hardly any left his / her affection or love for money / wealth.

Some persons who are ill with a disease that can’t be cured as cancer, sugar or waiting for final attack, also keen to earn money.