Mera Hero - 4 in Hindi Fiction Stories by Priya Maurya books and stories PDF | मेरा Hero (भाग-4) - श्रुति: The जासूस

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मेरा Hero (भाग-4) - श्रुति: The जासूस

श्रुति को पहले ही कुछ गडबड़ लग रहा था लेकिन अब उसे भी सक होने लगा था । दुसरे टीचर आकर अपना lecture शुरु कर चुके थे इधर अंजलि भी बैठकर अफताब की अजीब हरकते notice कर रही थी । श्रुति ने धीरे से शौर्य की तरफ खिसकने लगी तो शैर्य उसे घूर कर देखते हुये बोला- ' क्या हुआ मुझसे चिपक क्यो रही हो इतना।' श्रुति ने अपनी आवाज को दबाते हुये बोलती है-'तुमसे कुछ बात करनी है ।" शौर्य -' मै और तुम्हारी बात क्यो सुनूंगा ।' श्रुति थोड़े गुस्से मे -'सुनो तो सही। मुझे ना इस कॉलेज मे कुछ गड़बड़ लग रहा है कही कुछ तो झोल माल चल रहा है।'शौर्य सोचता है इसे कैसे पता चला और फिर बोलता है-'तुम्हे कैसे पता चला मतलब तुम्हे ऐसा क्यू लगता है।'

फिर श्रुति ने उसे बाथरूम area मे पहले दिन कम्बल वाले आदमी से लेकर अफताब और कनिस्का के उल्टे सिधे व्यवहार तक की सारी बात बताई और बन्दूक वाली भी बात बता डाली । श्रुति किसी जासूस की तरह धीरे से बोलती है-'और पता है ये जो मिस रुपोर्त्शी है ना उनमें भी कुछ गड़बड़ी अभी देखा था तुमने वो आई थी और कनिस्का के बगल से गयी है ।' शौर्य भी उसी की तरह धीरे से बोलता है-'तो क्या हुआ।'
श्रुति उसके सिर पर धिरे से एक चपट मरती है और बोलती है -' किसी ने ध्यान नही दिया पर मैने देखा की उन्होनें उसे एक कागज दिया जिसे उसने धीरे से छुपा लिया और अफताब को देखकर डायन की तरह मुस्कुरने लगी।' इतना सुन कर शौर्य भी कुछ सोचने लगा तो श्रुति धीरे से फिर बोलती है-'क्या सोच रहे हो कही ये चोर डाकू तो नही ना हैं ये ।' शौर्य मुस्कुराते हुये उसके सिर को टैप करते हुये कहता है-' बूध्दु ज्यादा दिमाग ना चलाओ समझी और अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो।'

श्रुति मुह फुलाए lecture सुनने लगती है लेकिन शौर्य का दिमाग मे तो खिचड़ी पक रही थी वो सोचने लगता है-' ये जंगली बंदरिया तो जासूसों की सरदार निकली इतना कुछ पता कर लिया इसने यह मेरे बहुत काम आ सकती ।' वो सोच ही रहा था की श्रुति वापस उससे बोलती है -'क्या हुआ टीचर क्या पढा रहे है और तुमने क्या खोल रखा है ।' शौर्य-' कुछ नही........अच्छा सुनो ...तुम अगर आगे से कुछ ऐसा देखती हो तो मुझे सिधे बताना ये लो मेरा नम्बर ।' कहकर उसने सिधे श्रुति का मोबाइल उठा कर उसे ऑन किया और अपना नम्बर सेव कर दिया और साथ ही उस्का नम्बर भी ले लेता है।

पीछे बैठे रोहित और अविका भी उन्हे ऐसे देखकर दंग थे क्योकि उन दोनो की नोक झोक से तो पूरा कॉलेज अब तक वाकिफ हो चुका था तो अब ऐसा क्या हो गया की यह दोनो किसी दो पक्के साथी को तरह खुसर फिसुर कर रहे थे।

रोहित अविका से -' मै यह क्या देख रहा हू।' अविका मुह मे कुछ खा रही थी लेकिन फिर भी कोशिश कर के बोलती है-' वही तो मै भी देख रही हू नागिन सपेरा साथ साथ कैसे है।' रोहित को यह सुन कर हसी आ जाती है और वो पीछे से शौर्य को चींटी काट के कहता है-' तुम दोनो की सुलह हो गयी क्या।' लेकिन तब तक टीचर बोलते है-' क्या हुआ पीछे आपको कोई दिक्कत है क्या।' रोहित "नो सर " बोलकर सिधे बैठ जाता है । और किसी तरह कॉलेज खत्म होता है और सब अपने घर चले जाते है।

शाम का समय-

श्रुति और अंजलि का PG -----

अंजलि और श्रुति दोनो बेड पर बैठे कुछ एसाइनमेंट कर रही थी तभी अंजलि बोलती है-' श्रुति तूने अफताब को देखा है कितना अजीब हरकते करता है।' श्रुति लिखते हुये रुक जाती है और कहती है-'तूने भी नोटिस किया ना मुझे तो कनिस्का और रुपोर्त्शी मिस पर भी सक होता है।' अंजलि- ' हैंय..... तुझे भी लगता है क्या ।' श्रुति -' मुझे ही नही शौर्य को भी यही लगता है।' अंजलि -' तूने उसे भी यह सब बात बताई क्या।' अंजलि -' अरे यार तूने उसे क्यू बताया अगर वो मिला होगा उन सब से तो और क्या बताया तूने ।' श्रुति-' यह तो मैने सोचा ही नही" और फिर सारी बाते बता देती है और फिर कहती है-' रुक मै कॉल कर के उससे पूछती हू की कही वो उनसे मिला तो नही ना।' और झट से उसे फ़ोन लगा देती है लेकिन रिंग जाकर भी कोई उठा नही रहा था इधर अंजलि कुछ सोच रही थी उसे जैसे ही होश आता है वो श्रुति से फ़ोन छोडकर काट देती है और कहती है-'पागल यह सब किसी से पूछते है क्या वैसे वो नही होगा उनसे मिला क्युकी वो इंडिया का youngest enterprenuer है उसकी खुद की मैडिकल कंपनी है और अरबों खरबो का बिज़नेस है यहा तक की अमेरिका मे भी उसका बिज़नेस फैला है और ऊपर से अकेला वारिश है ।' श्रुति - ' इतना बड़ा आदमी है ये और तुझे कैसे पता यह सब।' अंजलि-'अरे बकलोल, कभी न्यूज़ देखती है गूगल पर देख ले सब मिल जायेगा उसके बारे में । श्रुति-' यह तो सेलेब्रिटी निकला मुझे तो पता ही नही चला।' अंजलि-' अच्छा चल अब लिख ले।'

दुसरी तरफ शिन्घानिया विला मे -----

शौर्य बाथरूम मे सावर ले रहा था तभी उसका फ़ोन रिंग करने लगता है लेकिन पानी की आवाज के कारण वो सुन नही पता है। शौर्य की दादी उसके रुम के पास से गुजर रही थी की उन्होने शौर्य का फ़ोन बजते देखा तो उसे उठाने चली गई । जब उन्होने कॉलर नेम पढा तो सोचने लगी-' ये जंगली बंदरिया कौन है कही ...... नही नही शौर्य की girlfriend नही हो सकती वो तो लडकियो से दूर रहता है लेकिन फिर यह है कौन ? लगता है पता लगाना पड़ेगा । मेरा पोता नही पता इस जमाने का होके भी पुराने समय का बूढ़ा लगता है ।' जब तक दादी फ़ोन उठा पाती वो वापस कट जाता है तो वो फ़ोन रख कर वहा से नीचे आ जाती है ।

तभी रोहित चिल्लाते हुये आता है और दादी के गले लगते हुये कहता है-' अरे मेरी दादी आप तो बूढ़ी होने लगी है।' दादी-' चल हट खुद को देखा है कभी 65 साल का लगता है और मै तो अभी 19 साल की हू मै।' 'अच्छा यह ठीक है !! दादी पोते से भी 1 साल छोटी है वाह क्या बात है ।' दादी -'रुक जा अभी makeup कर के आती हू फिर देखता रह जायेगा।' कहते हुये दादी अपने कमरे मे चल जाती है।
और रोहित शौर्य को पुकारते हुये उसके कमरे मे आ धमकता है। शौर्य भी बाथरूम से निकल कर अपने बाल सुखा रहा था।
रोहित-' यार तूने मुझे क्यू बुलाया।' शौर्य अपना फ़ोन देखते हुये बोलता है -' इस जंगली बंदरिया ने मुझे क्यू कॉल किया था।' रोहित शौर्य के फ़ोन को देखते हुये बोलता है-' कौन जंगली बंदरिया तुम्हे कॉल करने लगी तेरा नम्बर तो किसी दुसरी लड़की तो क्या मेरी बहन के पास भी नही है।' शौर्य- अरे वो कॉलेज वाली श्रुति है और तेरी बहन कहाँ से पैदा हो गयी।' ' वो तेरी की......मेरी बहन छोड़ तू बता अपना श्रुति को नम्बर तक दे दिया और वो मानसी 5 साल से नम्बर लेने की कोशिश कर रही है उसको तो दिया नही क्या चक्कर है बेटा कही श्रुति मेरी भाभी तो नही बनाने वाली।'- रोहित आंख मटकाते हुये बोला।
शौर्य गुस्से से घुरते हुये- ' चुप कर बे। पागल है क्या ! उस बंदरिया और मुझमें कितना फर्क है देखा है कितना नकचडी है वो और बच्चो की तरह शरारते भी करती है और मैने उसे अपना नम्बर इस लिये दिया था क्युकी वह हमारे बहुत काम की चीज है।" रोहित- ओहह तो यह बात हैं लेकिन उसने ऐसा क्या कर दिया अब।" शौर्य ने सारी बात रोहित को बता डाली । रोहित कुछ सोचते हुये बोलता है-' वैसे मुझे पता नही था की श्रुति इतनी बड़ी जासूस निकलेगी और तो और तेरे को बराबर की टक्कर देगी लेकिन मुझे यहा पर ड्रग्स डीलिंग और सप्लाई से कुछ ज्यादा ही लग रहा है कुछ तो बहुत बड़ी गड़बड़ी है यार क्युकी जहाँ तक मैने सर्वे किया है कनिस्का और अफताब लोगों का ड्रग्स से कोई वास्ता नही है और उसने बन्दूक भी ली थी ।" शौर्य भी कुछ सोच कर बोला -'मुझे मामा को फ़ोन कर के बताना चाहिये।' रोहित भी हामी भर देता है और शौर्य फ़ोन कर के मामा जी को सब कुछ बता देता है शौर्य के मामा जी इंडियन defence security के बहुत बड़े अधिकारी थे। शौर्य फ़ोन पर-' क्या ........... इतना बड़ी गड्बड़ चल रही है और अनिकेत भी .....।
मामा दुसरी तरफ से बोलते है-' हाँ अनिकेत को हमारी टीम ने ही भेजा है लेकिन उसे यह मत बताना की तुम लोगो को भी पता है और हमे भी कुछ क्लियर नही है हो सकता है की यह सच हो साथ ही तुम सबके ऊपर नजर रखो और उस लड़की का क्या नाम बताया था जिसने तुम्हे जासूसी कर के इतना सब बताया है।' शौर्य-' श्रुति" । मामा जी- " ठीक है लेकिन उसे भी यह सब नही पता चलना चाहिये वो अभी बच्ची है हो सकता है वो डर जाये और किसीको बता दे हम अपने देश की सिक्योरिटी के साथ इतना बड़ा समझौता नही कर सकते तुम सब बस उनकी हरकतो पर नजर रखो और मुझे बताते रहना ।" शौर्य - " ठीक है मामा जी।" कह कर कॉल रख देता है। रोहित-' क्या हुया' । शौर्य सारी बाते बताता है और रोहित भी अचम्भे से उसे देखता रहता है।

अगले दिन सब कॉलेज जाते है और अब श्रुति, शैर्य ,रोहित और अंजलि पहले से ज्यादा चौकन्ने थे । जब श्रुति इन सब के बारे मे अविका को बताती है तो वो भी इन सब के साथ सबकी जासूसी करने लगती है। साथ ही श्रुति और शौर्य की नोक झोंक भी बरकार थी और रोहित अवीका की नजदीकिया भी बड़ रही थी । इन सब के बिच बहुत सारे इन्फॉर्मेशन सबने इकट्ठा कर लिया था और शौर्य ने उसे अपने मामा जी को भी दे दिया था। इधर ना जाने क्यू अनिकेत भी कीर्ति की तरफ ज्यादा ध्यान देता और कीर्ति भी उससे आकर्षित थी। मानसी भी कुछ ना कुछ कर के सबको परेशान करने की कोशिश करती रहती थी । कुछ दिन ऐसे की बीत गये और fresher's पार्टी का दिन भी नजदीक आ गया।


क्रमश: