Saat fere Hum tere - 33 books and stories free download online pdf in Hindi

सात फेरे हम तेरे - भाग 33

फिर वहां से पास में ही एक होटल बुकिंग थी जहां पर सभी चले गए।

सब लोग बहुत ही थक चुके थे। किसी तरह से डिनर किया और सब एक ही रूम में सो गए।

एक रूम में ही दो दो बड़े बेड लगें थे।
तो सबको कोई परेशानी नहीं हुई।

नैना और माया एक बेड पर सो गए। और तीनों दूसरे बेड पर सो गए।


दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर सब तैयार हो कर
बाहर निकल आए।

विक्की ने कहा कि राजधानी दिल्ली में आये पर्यटक यहाँ की स्वादिस्ट भोजन और स्ट्रीट् फूड्स को काफी पसंद करते है दिल्ली का सबसे पसंद किया जाने वाला व्यंजन छोले भठूरे है जो मनो दिल्ली वासियों के जुबान से उतरने का नाम लेती

वैसे तो यहाँ की हर गली हर चौराहे पर छोले भठूरे मिल जाते है परन्तु दिल्ली का सबसे प्रसिद्ध छोले भठूरे का दुकान चाचे दी हट्टी है। यहां पर हम खा लेते हैं।

ये अपने गोल और गरमागरम छोले भठूरे के लिए पुरे दिल्ली में प्रसिद्ध है यहाँ सफ़ेद भठूरे के साथ आलू भरे हुए भठूरे भी मिलते है।


फिर सभी छोले भटूरे का स्वाद लेने लगें।
बिमल और अतुल तो बस खाने पर टूट पड़े। विक्की ने कहा हां दोस्तों जितना खाना है खाओ ।
नैना ये सुनकर बहुत हंसने लगी।ये देख कर विक्की ने कहा हां अब मुड बन गया वरना लग रहा था कि दिल्ली में आकर कुछ खो गया है।

फिर वहां से सब बस में जाकर बैठ गए। क्योंकि आज वापस रेडिएशन ब्लू होटल पश्चिम बिहार में जाना था ‌।


विक्की ने कहा क्यों न आज हमलोग करोल बाग़ के मंडे मार्केट में जाएं।
माया ने कहा हां ठीक है। विक्की आप लोगों को शाॅपिंग करा दें।
माया हंसते हुए कहा हां ठीक है।

फिर दो तीन बजे तक सब होटल पहुंच गए।

सभी थक कर चूर हो गए थे।सब पहले नहाने पहुंच गए।

फिर खाना खा कर सो गए।

शाम को सब तैयार हो गए और विक्की ने कहा मैंने एक टैक्सी बुक किया है हमें अब निकलना चाहिए।
फिर सभी टैक्सी में बैठ गए।

माया ने कहा सच में ये यादगार बन गया हमारे लिए।
विक्की ने कहा हां दीदी ठीक कहा आपने।
फिर हम सब करोल बाग के मार्केट में पहुंच गए।

बस बहुत ही भीड़ भाड़ वाली जगह थी।सब देख रहें थे सामान।कहीं सूट के कपड़े,तो कहीं पर बैंग का मेला।

ऐसा ही एक पॉपुलर मार्केट करोल बाग है, जिसकी अपनी अलग खासियत है। इस मार्केट में आप शॉपिंग कर सकते हैं और साथ ही अन्य कई चीजों को एक्सप्लोर कर सकती हैं। करोल बाग के आसपास के एरिया भी काफी लोकप्रिय हैं और आज हम आपको यही बताने वाले हैं कि आप करोल बाग मार्केट में और उसके आसपास क्या-क्या एक्सप्लोर कर सकते हैं।

विक्की ने माया और नैना को एक एक पंजाबी सूट दिलवाया। फिर अतुल और बिमल को जूते और शर्ट खरीद कर दिया।


फिर विक्की ने पुछा कोकिला आंटी के लिए कुछ पसंद करो।
नैना एक दम चौंक गई और विक्की को देखने लगीं कि कौन है ये जो इतना सबका ख्याल रखता है।
विक्की ने कहा कुछ कहा क्या? नैना ने कहा नहीं कुछ नहीं।
फिर विक्की ने कोकिला आंटी के लिए कांजीवरम साड़ी खरीद लिया।
विक्की ने एक बैग पसंद किया वो भी रेखा के लिए। नैना सब कुछ देख रही थी।
फिर आगे बढ़ने लगे।तो सामने कुल्फी की दुकान दिखाई दी।
विक्की ने कहा चलें दीदी। माया ने सर हिला दिया। फिर सभी रोशन दी कुल्फी की दुकान पर जाकर बैठ गए।
रोशन दी कुल्फी पिछले 60 सालों से भी ज्यादा समय से करोल बाग की शोभा बढ़ा रही है। रोशन दी कुल्फी की शुरुआत 1954 में एक छोटे से आइसक्रीम स्टॉल के रूप में हुई थी, लोग उनकी मनमोहक और स्वादिष्ट कुल्फी रेसिपी से इतने प्रभावित हुए कि आज यह दुकान एक पूर्ण भोजनालय में बदल गई है। अपनी प्रसिद्ध कुल्फी के अलावा, वे कई स्वादिष्ट व्यंजनों की पेशकश भी करते हैं जैसे छोले भटूरे, लस्सी, पूरी भाजी, और भी बहुत कुछ।यह एक हलचल भरा बाजार है और संपन्न और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए सबसे पसंदीदा खरीदारी स्थानों में से एक है। एक विशेष सौदा, यह बाजार के रुझानों और पारंपरिक दिल्ली के घरों का मिश्रण है, जो सुबह से देर शाम तक अपने पैरों पर हैं।
वाह वाह क्या कुल्फी है। और कौन कौन फिर से खाएगा।
फिर से मैं खाऊंगा ये अतुल ने कहा, फिर बिमल ने कहा, नैना और माया कुछ नहीं बोली पर विक्की ने सबके लिए फिर से मंगवाया।

चलो अब आगे भी मार्केट है घुम लेते हैं।
गफ्फार मार्केट, प्राथमिक करोल बाग बाजार और किताब बाजार करोल बाग के कुछ लोकप्रिय बाजार हैं।

यह दिल्ली के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक है से एक है । कम कीमत पर ब्रांडेड कपड़े और हाई-एंड परफ्यूम बेचने वाली 'कस्टम शॉप्स' से लेकर बड़े वेडिंग ब्रांड तक, हर खरीदार के लिए खोज करने के लिए एक स्वाद है।
माया ने यहां से अपने तीन भाईयों के लिए शर्ट खरीद दिया और साथ में परफ्यूम भी खरीद दिया।

अतुल ने कहा थैंक यू दी।
विक्की ने कहा मैं थैंक यू नहीं बोलुंगा।।

बिमल ने कहा ये रोशन दी कुल्फी दिल्ली के करोल बाग में खाने की जगह है। दो लोगों के लिए एक आकस्मिक भोजन की कीमत आपको लगभग रु। 500 और हर दिन सुबह 8 से रात 9 बजे तक खुला रहता है।

करोल बाग की टोपी में गणेश रेस्तरां अभी तक एक और पंख है। मछली प्रेमियों के लिए स्वर्ग, गणेश मच्छीवाला बाजार में एक जरूरी यात्रा है। वे मांसाहारी व्यंजनों की एक स्वादिष्ट किस्म परोसते हैं जिसमें अंडे के पकोड़े, फिश फ्राई, सीक कबाब, चिकन टिक्का, फिश पकोड़े आदि शामिल हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि यहाँ का भोजन खाद्य पदार्थ के वजन के अनुसार बेचा जाता है, जिससे यह आपके लिए आसान हो जाता है।


पता है ये है ओम कोर्नर।। ये बात अतुल ने कहा।।
ओम कॉर्नर अभी तक एक और छोले-भटूरे प्रेमियों का स्वर्ग है। मसालेदार चोलों के साथ परोसा जाने वाला, यह दिल्लीवासियों के लिए स्वर्ग है। उनके भारी भोजन को उनकी घर की बनी मिठाइयों या मीठे पकवानों में से किसी एक के साथ समाप्त करें। एक मात्र रु. 200 उन इच्छाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त होंगे।

इनके अलावा, चंगेजी और आर्ट ऑफ स्पाइसेस करोल बाग के अन्य लोकप्रिय भोजनालय हैं। चंगेज़ी में नल्ली निहारी और बटर चिकन का एक संकेत प्राप्त करें या इस बाजार में बिताए अपने समय का आनंद लेने के लिए आर्ट ऑफ स्पाइसेस के काठी रोल का स्वाद लें।


विक्की ने कहा दीदी यहां पर बहुत मसाले मिलते हैं ले लिजिए।। फिर माया ने बहुत सारे मसाले ले लिया।
करोल बाग में एक और दर्शनीय स्थल है 'द रूपक स्टोर'। करोल बाग के दिल में स्थित एक प्रामाणिक मसाला और मसाला स्टोर, रूपक 1958 से अपने सुगंधित स्वादों के साथ ग्राहकों को प्रसन्न कर रहा है। प्रत्येक मसाला स्टोर का एक मालिकाना उत्पाद है, और मालिक निश्चित रूप से जानते हैं कि स्वाद की कलियों को उनकी मनोरम श्रृंखला के साथ कैसे मथना है। हाथ से बना मसाला मिश्रण।

बोल्ड और जटिल स्वाद हर भारतीय व्यंजन में सर्वश्रेष्ठ लाते हैं। आप मिश्रित मसालों की एक श्रृंखला से भी चयन कर सकते हैं जो आपकी डिश को पूरा करने के लिए पर्याप्त हैं और इसे आपके पसंदीदा रेस्तरां के रूप में अच्छा बनाते हैं। उनके जायके की अच्छाई हर दिन असंख्य तालिकाओं की शोभा बढ़ाती है।
माया को और भी माउथ फ्रेशनर भी खरीद दिया विक्की ने।
दिल्ली के करोल बाग मार्केट में मसालों, माउथ फ्रेशनर और पारंपरिक मसालों से भरे अपने बैग को हथियाने से न चूकें!

अच्छा चलो अब बहुत शाॅपिंग हो गई अब वापस चलते हैं। माया ने कहा।
विक्की ने कहा हां ठीक है चलो चलते हैं।आप लोग आगे बढ़ो मैं आता हूं।

सब लोग आगे निकल गए। मार्केट के बाहर आ गए।
विक्की ने जल्दी से एक चुड़ी वाले दुकान में जाकर कुछ अच्छी डिजाइन वाली चुडिया पैक करने को कहा।
फिर लेकर बाहर निकल आया। माया ने कहा अरे बाबा अब चलें।
फिर सब वापस होटल आ गए।

कमश: