दर्द ए इश्क - Novels
by Heena katariya
in
Hindi Love Stories
विकी यानी विक्रम ठाकुर अपने रहीस बाप की बिगडी हुयी ओलाद और दूसरी ओर स्तुति एक शांत लडकी पर वक्त आने पर अच्छे अच्छो को नानी याद दिला दे दोनो मे कुछ अच्छाईया हैं तो कुछ बुराईया भी है कहानी की शुरुआत होती है दोनों के अंत से पता है कन्फ़्युजन हो रहा है पर जब आप कहानी पठेगे तो पता चल जायेगा तो कहानी की शुरुआत करते हैं विकी फ़ार्म हाउस में चैर मे बैठे बैठे अपनी डायरी मे कुछ लिख रहा था तभी एक लड़की के चिल्लाने कि आवाज आती है विकी फ़िर भी डायरी मे लिख ही
विकी यानी विक्रम ठाकुर अपने रहीस बाप की बिगडी हुयी ओलाद और दूसरी ओर स्तुति एक शांत लडकी पर वक्त आने पर अच्छे अच्छो को नानी याद दिला दे दोनो मे कुछ अच्छाईया हैं तो कुछ बुराईया भी है ...Read Moreकी शुरुआत होती है दोनों के अंत से पता है कन्फ़्युजन हो रहा है पर जब आप कहानी पठेगे तो पता चल जायेगा तो कहानी की शुरुआत करते हैं विकी फ़ार्म हाउस में चैर मे बैठे बैठे अपनी डायरी मे कुछ लिख रहा था तभी एक लड़की के चिल्लाने कि आवाज आती है विकी फ़िर भी डायरी मे लिख ही
दो साल तक का वक्त बित जाता हैं विकी के फ़ाधर आज एयरपोर्ट पर किसीको पीक अप करने के लिए जा रहे हैं उस हादसे के बाद स्तुति के परीवार का कही भी पता नहीं चला आज तक किसी ...Read Moreभी नहीं पता की वे लोग अचानक बिना बताये कहाँ गायब हो गये विकी के पिताजी एयरपोर्ट पर पहुंचते है तभी वहा मीडीया की लाईन लगी हुयी थी सभी धर्मानद जी धर्मानद जी चिल्ला रहे थे विक्रम के पापा सब को ईग्नोर करते हुये देखते है तो विकी उनकी ओर आ रहा होता हैं जिससे उनके चेहरे पर बडी मुस्कान
विक्रम के पिता घर अकेले जाते है जिस वजह से विक्रम की माँ उसके पिताजी से पुछ्ती है की वह घर क्यों नहीं आया तो उनके पिताजी कहते हैं की उसे काम था इसीलिए वह बाद मे आयेगा एसा ...Read Moreकाम है जो घरवालो से भी बढ़कर है तभी विक्रम के पिताजी कहते हैं की जवान लडका खेलने की उम्र है तो खेलने दो उस पर विक्रम की माँ कहती हैं प्रेमा: सब जानती हूँ मैं आपका क्या मतलब है एक ही बैटा उसे भी जानवर बना दिया है आपने धर्मानद: तुम चुप ही रहो इस दुनिया मे शरीफ़ रहकर
विकी रूम में नाश्ता कर रहा था तभी एयरहोस्टेस फ्रेश होकर आती हैं जिस पर विकी उसे कॉम्प्लीमेंटस देता है तो वह थैक्यू कहकर नाश्ता करने विकी साथ ही सोफे पे बैठती है और दोनों कुछ बाते करते हैं ...Read Moreएयरहोस्टेस कहती है एयहोस्टेस : सो तुमने मुझसे यह क्यों नहीं पूछा कि मेरा नाम क्या है? विकी : नाम में क्या रखा है मुझे तो काम से मतलब है फिर चाहे तुम्हारा नाम पता हो या ना हो एयहोस्टेस : वेल धेटस स्ट्रेंज तुम पहले इंसान हो जो नाम नहीं जानना चाहता पर फिर भी माय नेम इज स्मृति
विक्रम घर पहूंचते ही अपनी मॉम को ढूंढ़ता है जब वह उन्हे कही नही मिली तो वह किचेन में देखता है वह बरतन साफ कर रही थी जिससे विक्रम को पता चल जाता है की वह किसी बात से ...Read Moreहै वह पीछे से अपनी मोम के कंधे पे सर रखते हुए मुस्कुरा रहा होता है जिससे उसकी मॉम उसकी ओर देखते हुए कहती हैं प्रेमा : (गुस्से में )आ गया तू अब याद आया कि घर पे तुम्हारी कोई मां भी है विकी : हमम.. क्या हुआ है प्रेमा : मतलब .. विकी : मतलब की आप बरतन साफ
विक्रम फ्रेश होने के बाद जैसे ही अपनी मॉम के पास जाता है तभी विक्रम की मॉम विकी को टेबल पर बैठने के लिए कहती है वह टेबल पर बैठे हुए ऐसे ही मोबाइल चेक कर रहा होता है ...Read Moreउसकी मां उसके लिए खाना परोसती है विकी जैस ही खाने की ओर देखता है वह खुश हो जाता है वह खाना स्टार्ट करता है तभी विकी को उसकी मॉम कहती है प्रेमा: एक और तुम्हारी पसंदीदा डीश है लेकिन वो तुम्हे खाना फीनिश करने के बाद मिलेगा विकी: अब कौन सा सरप्राइस है मा प्रेमा: पहले खाना तो फिनिश
वीकी खाई के पास ऐसे ही बैठा था। की तभी किसी लड़की के चिलाने की आवाज आती हैं । जिससे विकी इधर उधर देखता है । पर फिर वह सोचता है कि इस सुनसान जंगल में कोई कैसे आ ...Read Moreहै । लेकिन फिर से किसी लड़की के आवाज आती है। जिससे वह जिस दिशा से आवाज आ रही है । उस दिशा में आगे बढ़ता है । जब वह उस आवाज के करीब पहुंचता है तो देखता कि कुछ लड़के एक लड़की के साथ जबरदस्ती कर रहे थे। यह देखकर विकी का खून खोल उठता है। क्योंकि उसने चाहे
विकी मुस्कुराते हुए अपनी कार गेरेज में पार्क करता है । वह ऐसे ही सोचते सोचते घर के अंदर कब चला जाता है उसे पता ही नहीं चलता। वह बस अपने रूम की ओर जा ही रहा होता है ...Read Moreविकी मां उसे किचेन में से आवाज देती है। जिससे विकी जहां था वहीं खड़ा रह जाता है । विकी की मां उसे कहती हैं की - प्रेमा: विक्रम...? विकी: जी मां!! प्रेमा: इतनी देर तक कहां गए थे । तुमने थोडी देर के लिए कहां था । विकी: मां वो!! एक पुराना दोस्त मिल गया था । प्रेमा: (
विकी जल्दी से रेड्डी होकर अपने घर से निकल जाता है । वह बस किसी भी तरह तान्या को दिमाग में से निकालना चाहता है। तान्या के बारे में सोचते सोचते मानो जैसे वह स्तुति के बारे में तो ...Read Moreही गया था । वह बस थोडी देर में ही सूझी के घर पहुंच ही गया था । जिस तरह सूझी दरवाजे पे तैयार खड़ी थी उससे तो विकी के चहेरे पे शैतानी मुस्कुराहट आ जाती हैं। करीब दो या तीन घंटे बाद विकी जब अपनी घड़ी की ओर देखता है तो उसे पता चलता है कि पार्टी में उसे
विकी अपने रूम में जाते हुए फिर से रेडी हो रहा था । तभी अचानक से उसकी नज़र सफेद शर्ट के साथ बलू शूट पे जाती हैं । जिस वजह से ना चाहते हुए भी उसे स्तुति की सारी ...Read Moreदिमाग में घूम रही थी । वह कब उन यादों में खो गया उसे पता ही नहीं चला। फ्लैशबैक विकी यूंही देख रहा था कि कोन सा शूट पहने तभी स्तुति उसके रूम के अंदर आते हुए कहती हैं । स्तुति: ओहोहो.... भई क्या बात आज तो बड़ी बॉडी दिखा रहे हो। लेकिन यहां तो लड़कियां है ही नहीं। तो
विकी तैयार होकर पार्टी मै हॉल की तरफ बढ़ रहा था। जब वह हॉल में देखता है तो लगभग सभी महेमान आ चुके थे । वह मुस्कुराते हुए अपने मोम डेड की ओर बढ़ता है । तभी विकी डेड ...Read Moreमुस्कुराते हुए स्वागत करते है । और बाकी गेस्ट से भी मिलवाते है । विकी सभी इंपॉर्टेंट लोगो से मिलकर ड्रिंक लेने के लिए बार पर जाता है । वह टेबल पर बैठे बैठे ऐसे ही सभी को देख रहा था । तभी उसकी नजर दरवाजे पर पड़ती है । जिस वजह से उसका खून खोल उठता है । दरवाजे
पार्टी जैसे ही पूरी हो गई थी । की तुरंत विकी अपनी कार लेके बिना बताए चला गया । उसके पिता उसे आवाज दे रहे थे पर उससे तो कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था । बस उसके ...Read Moreतो रेहान ऑर तान्या ही नजर आ रहे थे । दिमाग तो जैसे उसी नजारे के आगे थम गया था । ओर दिल की रफ्तार कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी । वह कार की गति बढ़ाए ही जा रहा था कि तभी अचानक कोई इंसान कार के सामने आता है जिससे वह कार को रोकता है
विकी बैचेन होकर इधर उधर घूम रहा था । वह बालकनी में से बाहर देख रहा था । हवाओ की लहरे मानो उसकी बैचैनी समझ रही थी । आधी रात हो चुकी थी लेकिन विकी के मन तो शांति ...Read Moreथी । उसके दिल में अजीब सी बैचैनी हो रही थी। बीयर पीते हुए इसके मन में लाखो सवाल उथल पुथल कर रहे थे । वह चाह कर भी उससे रोक नही सकता था । दसवां बीयर का कैन साइड में रखते हुए । वह एक और कैन ढूंढता है लेकिन वह खाली था । विकी फिर जो भी नशीला
विकी ... विकी... दरवाजा खोलो...। विकी के कानो में किसी चीज के खटखटाने की आवाज आ रही थी लेकिन वह अपनी आंखे नही खोल पा रहा था । उसका सिर तो दर्द के मारे फटा जा रहा था । ...Read Moreउसका पूरा बदन दर्द कर रहा था । वह खुद को संभालते हुए खड़े होने की कोशिश करते हुए आंखे खोलने का प्रयास कर रहा था । लेकिन रोशनी की वजह से वह फिर से आंखे बंद कर देता है । फिर से शोर की आवाज आ रही थी । जिससे वह आंखे खोलते हुए देखता है तो कोई दरवाजा
तान्या मानो आग में जल रही थी। उसने कार का हैंडल कसकर पकड़ा था। और गुस्से से तिलमिला रही थी। तभी रेहान एक बार उसकी ओर नजर करते हुए देखता हैं। तान्या बुरी तरह गुस्से से कांप रही थी ...Read Moreरेहान कहता है।रेहान: तुम ठीक हो!?। तुम कहो तो मैं कार कहीं रोकू!?फ्रेश हवा के लिए!।तान्या: ( सिर को ना में हिलाते हुए ) नो! मैं इसे सहन करना चाहती हूं! क्योंकि यही गुस्सा,दर्द मैं उसे दो गुना लोटाऊंगी! ।रेहान: ( चिंता भरे लहजे में ) पर... स्तु... ।तान्या: ( रेहान की बात काटते हुए ) इट्स तान्या रेहान तान्या....
रेहान और तान्या खुद को मिले धोखे के गम में व्यस्त थे। तो इधर सूझी और विक्रम अपने गम में व्यस्त थे। सूझी को आज तक पता नहीं चला की उसकी क्या गलती थी जो रेहान ने बिना कुछ ...Read Moreरीश्ता तोड़ दिया। माना की मुझमें लाखों कमियां है लेकिन मेरा प्यार तो उसके लिए सच्चा था फिर क्यों...!?। उसने बिना कुछ कहे मुझसे मुंह मोड़ लिया। क्यों उसने मुझ पर उंगली उठाई जब की मैने उसके बाद किसी लड़के की ओर उंगली उठाकर भी नहीं देखा। शायद वह सिर्फ बाकियों की तरह जिस्म से मोहब्बत करता था और जब
सूझी पार्टी में जाने के लिए तैयार हो ही रही थी। हद से ज्यादा छोटी ड्रेस! मेक अप से थोपा हुआ पूरा चेहरा! रेड कलर की लिपस्टिक! । हिल्स वाली सेंडल मानो यह वह सूझी है ही नहीं जो ...Read Moreदेर पहले विक्रम के साथ थी। विकी सोफे पर बैठे बैठे उसका ये बदलता रूप देख रहा था । उसे समझ में नहीं आ रहा था की यह इंसान उस घटिया आदमी के लिए क्यों खुद को इतना टॉर्चर कर रही है। पहले स्तुति अब सूझी! वह हर इंसान को चौंट पहुंचा रहा है जो मेरे दिल के करीब है।
विक्रम अभी भी सूझी की कहीं हुई बातों के बारे में सोच रहा था। मानों जैसे वह बातें उसे काफी हद तक सहीं भी लग रही थी!। जिससे ना वह जुटला सकता था और ना ही स्वीकार कर पा ...Read Moreथा। लेकिन वह जानता था जो भी सवाल सूझी ने उठाए है। वह फिजूल भी नहीं है। तभी सूझी उसे कहती है।सूझी: हाहाहाहाहा.... क्या हुआ विकी... देखा कहां था ना मैने!? तुम कभी दुनिया को फिर से नॉर्मल इंसान की तरह देख नहीं पाओगे। यह तो सिर्फ मैंने बाते कहीं है! अगर सच्चाई आंखो के सामने देखोगे तो दिल दहल
विकी और सूझी को पार्टी में पहुंचे हुए थोड़ी देर ही हुई थी की सूझी डांस फ्लोर पर चली जाती है। विकी सोफे पर बैठे हुए बीयर पीते हुए यह सारी महफिल देख रहा था। एक वक्त हुआ करता ...Read Moreजब विकी के लिए ये नाच गाना , पार्टी करना जिंदगी का अहम हिस्सा हुआ करता था। वह इस पार्टी की जान हुआ करता था। पर यह शोर शराबा मानो उसे बेजान लग रहा था। या फिर उसे खालीपन का अहसास करवा रहा था क्योंकि आज तक ना तो पूरी तरह से आगे बढ़ पा रहा है और ना ही
तान्या और रेहान मानो अभी भी शोक में जहां थे वहीं खड़े थे। तान्या के हाथ तो मानो ठंडे पड़ गए थे। उसे अभी भी यकीन नहीं आ रहा था की विकी ऐसा कर सकता है। अभी भी उसके ...Read Moreमें विकी की बातें दोहरा रही थी। तभी रेहान कहता है ।रेहान: स.... ( खुद को संभालते हुए ) तान्या... तुमने वहीं सुना जो मैने अभी सुना... ।तान्या: ( सिर को हां में हिलाते हुए सोफे पर बैठ जाती हैं। ) सारी मेहनत बरबाद होते हुए दिख रही है मुझे । ( सिर को पकड़ते हुए ) ।रेहान: ( सोफे
करीब एक हफ्ते तक का वक्त बीत जाता है। इन लोगों के बीच कोई भी बात नहीं होती....। चारो अपनी अपनी जिंदगी में व्यस्त थे.. । विकी अपने डेड के आगे आने वाले चुनाव को लेकर तो.... सूझी... अपने ...Read Moreके बिजनेस को लेकर। दूसरी ओर रेहान भी अपने डेड के बिजनेस को लेकर शहर से बाहर गया हुआ था। तान्या भी अपने काम में व्यस्त थी। सभी इस घटना को भूल से गए थे । लेकिन... विकी इस घटना के कुछ दिन बाद ही अपने डेड से इस बारे में बात कर चुका था... । पहले तो विकी के
विकी और सूझी ऐसे ही बात कर रहे थे तभी विकी के डेड कहते है... ।धर्मानंद: विक्रम...! !? ।विकी: ( डेड की ओर देखते हुए ) जी!? ।धर्मानंद: ( अंगूठी देते हुए ) अंगूठी...! ( उसकी ओर सुजेन की ...Read Moreका बॉक्स देते हुए ) ।विकी: जी! । सूझी: ( धीरे से ) क्या बात है भाई शादी से पहले ही बिल्ली इतनी शांत हो गई ।विकी: ( मजाकिया लहजे में ) अच्छा! और तुमने ये गलतफहमी कब से पालनी शुरू कर दी... और तुम अपना सोचो... क्या हाल करूंगा तुम्हारा बच्चू...।सूझी: ( चुनौती देते हुए ) देखते है.... ।
विकी और सूझी शॉपिंग करके घर आए ही थे..... ये इस हफ्ते में तीसरी बार है जब वह दोनो शॉपिंग पर गए है। पिछले पंद्रह दिन से विकी और सूझी किसी ना किसी वजह से बाहर एक साथ जाना ...Read Moreथा। जब विकी हॉल में देखता है तो विकी के पिता चाय पीते हुए किसी से बात कर रहे थे । जब उनकी नजर इन दोनो पर पड़ी तो वह फोन काटते हुए कहते है ।धर्मानंद: अरे! आ गए तुम दोनों! थोड़ा घूम के आ जाते अभी तो शाम के चार ही बजे है!। विकी: ( थक कर सोफे पर
विकी और उसके डेड के बीच में काफी दिनों से बहस चल रही थी। ना धर्मानद शादी की बात से पीछे हटने को तैयार थे ना विकी शादी के लिए तैयार था। उसे ऐसा नहीं था को कोई दिलचस्पी ...Read Moreइस शादी में लेकिन वह यह शादी सूझी और खुद को आगे मुसीबत से बचाने के लिए करना चाह रहा था। लेकिन इतनी जल्दी वह खुद को तैयार नहीं कर पा रहा था। उसके डेड ने मानो उसका जीना हराम कर दिया था। ना तो उसे शांति से सांस लेने देते ना खुद लेते मानो जैसे विकी ने शादी कि
विकी जल्दी से कार लेकर एम जी रॉड की ओर पहुंचा ही था की तभी उसे रॉड के साइड में सूझी खड़ी दिखाई दी!। जिस वजह से वह कार को साइड में पार्क करते हुए जल्दी से उसके पास ...Read Moreहै। सूझी अपने हाथ में रूमाल में बांध कर खड़ी थी। विकी तेज कदमों से उसके पास खड़े जाते हुए कहता है ।विकी: सूझी व्हाट द हेल! ये कैसे हुआ और तुम्हारे गार्ड्स कहां है!? । ( सूझी का हाथ चेक करते हुए ) ।सूझी: अरे! यार मैं बाल बाल उन लोगों से बचकर घर से निकली थी.... लेकिन जैसे
सूझी बस बैठे हुए शराब पी ही रही थी की विकी नाश्ता लेकर टेबल पर रखता है। वह सामने चेयर पर बैठते हुए खुद के लिए भी ग्लास भरता हैं। और शराब पीते हुए कहता है। विकी: क्या किस ...Read Moreमें फिर से डूब गई !? ।सूझी: बालकनी से बाहर देखते हुए! बस ऐसे ही... कुछ नहीं! ।विकी: ( सिर को हां में हिलाते हुए सूझी का शराब का ग्लास भरते हुए ) ठीक है! फिर! सूझी तो तुमने शादी के बारे में सोचा!? ।सूझी: ( चिढ़ते हुए शराब को पीते हुए ) आई एम सीरियस विकी! अभी में मजाक
विक्रम गार्डन में टहलते हुए सिगारेट पी रहा था। अभी थोड़ी देर पहले जो भी शब्द उसने कमरे में बोले वह उसके दिल में उथल पुथल मचा रहे थे। मानो जैसे उसका दिल बैचेन सा हो गया था । ...Read Moreवह जानता था की अगर आगे बढ़ना है तो अतीत तो भूलना ही होगा। विकी का मन मानो इस बात से साफ इंकार कर रहा था। जैसे मानो उसका दिल इस बात पे बगावत कर रहा था की वह ऐसा सोच भी कैसे सकता है.... स्तुति को भुलाने के बारे में.! । जैसे उसका दिल खुद के शरीर का अंग
विकी अपने रूम में सीधा चला जाता है। वहां सूझी बैठी थी। अभी भी ख्यालों में डूबी हुई....! । यह देखकर बिकी आंखे बंद करते हुए गुस्सा काबू में करने की कोशिश करता है। वह गहरी सांस लेते हुए ...Read Moreहै.... ।विकी: नीचे डिनर रेडी है! तुम जाना चाहोगी या मैं ऊपर मंगवा लू!? ।सूझी: ( ख्यालों में से बाहर आते हुए ) नहीं अभी भूख नहीं है!। (इतना कहते ही वह बेड पे सोने चली जाती है।)।विकी: ( सीधा बालकनी में चला जाता है! मानो जैसे उसका दम घुट रहा हो। आसमान की ओर देखते हुए! वह तारो को
विकी सोफे पे जाके सो जाता है। अभी उसकी आंख लगे थोड़ी देर ही हुई थी कि तभी दरवाजा खटखटाने की आवाज आती है। जिसे वह गहरी नींद में जाग कर देखता है तो दरवाजे पर कोई था । ...Read Moreजल्दी से तकिए को बेड पर फेकते हुए दरवाजे की ओर आगे बढ़ता है। जब दरवाजा खोलकर देखता है तो तान्या थी! घबराई हुई सी! हड़बड़ी में खड़ी थी। विकी उसको देखकर चौंक गया था की ये अभी तक यहां क्या कर रही है। विकी: तुम इतनी रात को यहां क्या कर रही हो!? ।तान्या: ( घबराते हुए ) वो!
बंटी इधर गोली चलाता है उधर दूसरी और से भी गोली चलने की आवाज आती है । जिस वजह से गोली विकी के सीने के बजाय दांए हाथ में लगती है। विकी और बाकी सब दूसरी और देखते है ...Read Moreविकी का दोस्त सुलतान खड़ा था । और बंटी जमीन पर पड़ा हुआ था। पांव में गोली लगने की वजह से वह जब गोली वाली दिशा में देखता है! तो सुलतान को देखकर उसके पसीने छूट जाते है। सुलतान: ( विकी की ओर देखते हुए ) तुम ठीक हो! ? ।विकी: ( सिर को हां में हिलाते हुए ) बिल्कुल
विकी अपने डेड को कुछ कहे बिना ही अपने कमरे की और चला जाता है। जब वह दरवाजे की कुंडी खोलता है! तो देखता है तान्या सामने चेयर पर बैठे बैठे ही सो गई थी। और सुजैन भी गहरी ...Read Moreमें थी। वह धीमे कदमों से बालकनी की ओर चला जाता है! । वह चेयर पर बैठते हुए... अपनी जेब में से सिगरेट निकलते हुए जलाता है लेकिन फिर भी उसके हाथ कांप रहे थे! जिस वजह से वह सिगाटेट जला नहीं पा रहा था। वह फिर भी जैसे तैसे कर के सिगरेट जला लेता है! बालकनी से जब कमरे
विकी जब सुबह उठा तो सूझी बेड पे नहीं थी! वह अपने कमरे में चारों और देखता है! लेकिन सूझी कहीं पर नहीं थी। इसलिए जल्दी से वह अपने कमरे का दरवाजा खोलते हुए जब वह नीचे हॉल में ...Read Moreहै तो चैन की सांस आती है। सूझी वहां सब के साथ बैठके नाश्ता कर रही थी। कल रात की घटना के बाद तो विकी रात में कई बार उठकर देख रहा था की कही कुछ हुआ तो नहीं!.। विकी चैन की सांस लेते हुए! नीचे! जाता है। वह सीढियां उतरते हुए! डाइनिंग टेबल के नजदीक पहुंचता है तभी सब
सुलतान काम निपटा के विकी के घर पहुंचा ही था! की देखता है विकी दरवाजे पर उसका इंतजार कर रहा था! और टहल रहा था। वह सिर को हिलाते हुए! विकी के नजदीक जाता है और कहता है! ।सुलतान: ...Read Moreठाकुर अब तो मुझे तुम्हारी नियत पर शक हो रहा है! कही गलत इरादे तो नहीं तुम्हारे!? ।विकी: ( सुलतान की ओर देखते हुए ) ये क्या बके जा रहे हो!? और मुझे तो लगा तुम्हारा आने का प्लान कैंसल हो गया।सुलतान: अरे! भाई तुमने बुलाया हो और सुलतान मल्लिक ना आए ऐसा हो ही नहीं सकता! ।विकी: खैर! चलो
विकी बस अपने ही ख्यालों में गुम था! उसे समझ ही! नहीं आ रहा था कि! कैसे बीहेव करे! कई सारी भावनाएं एक साथ उमड़ रही थी!..। वह समझ ही नहीं पा रहा था की खुशी से हंसे!? इतने ...Read Moreके गम में रोए!? या फिर गुस्सा हो की स्तुति जिंदा होते हुए भी एक बार विकी से मिलने की कोशिश नहीं की! या फिर खुद पर गुस्सा हो! की वह जिंदा होते हुए भी उसे ढूंढ नहीं पाया! कैसी मोहब्बत है उसकी! जो वह उस लड़की को नहीं ढूंढ पाया जिससे वह इस दुनिया में सबसे ज्यादा चाहता है!
विकी नहा-धोकर तैयार हो रहा था! । वह अपने बाल सवार रहा था! की तभी उसके मोबाइल की रिंग बजती है!..... देखता है तो सुलतान का कॉल था। वह बिना उठाए स्प्रे छिड़क कर तैयार हो रहा था। उसने ...Read Moreकी जब वह नीचे जाएगा तभी पूछ लेगा की क्या काम था। वह आखिरी बार खुद को शीशे में देखता है और फिर पर्स चाबी और मोबाइल को लेते हुए कमरे से निकल जाता है। वह मोबाइल को ऑन करके देखता है तो ७:३० बज चुके थे! । ९ बजे तक उसके मॉम डैड पार्टी से आ जाएंगे! । उनके
तान्या गुस्से में बैठी हुई थी.... । तभी रेहान उसे पानी का ग्लास देते हुए कहता है । रेहान: क्या हुआ वह आया क्यों नहीं!? ।तान्या: वो आया था! पर अंदर आए बिना ही चला गया! ।रेहान: लेकिन तुम ...Read Moreखड़ी थी! फिर!? ।तान्या: ( गुस्से में ) मैं उससे कुछ बात करती उससे पहले ही वह चला गया ।स्मृति: गायस! कुल डाउन! कोई बात नहीं! आज नहीं तो कल आएगा तो यहीं! ।तान्या: बात आने की नहीं है स्मृति बात है! प्लान! की आज अगर वह आ जाता तो! हमें आगे तुम्हे इन्वॉल्व नहीं करना पड़ता! ।रेहान: कहीं उसे
विकी कार को ड्राइव वे में लेकर खड़ा था। वह सुलतान का इंतजार कर रहा था । थोड़ी देर बाद सुलतान आया फिर वह कार स्टार्ट करके दोनो चाय पानी पीने पास के किसी कैफे में जाते है । ...Read Moreराइड के दौरान सुलतान किसी के साथ बात कर रहा था । विकी पूछना तो चाहता था पर वह सुलतान को भी अच्छे से जानता था । उसे बिलकुल पसंद नहीं आता जब कोई उसे हर बात पे रोक टोक करे या ज्यादा सवाल पूछा करे। और बदले में सुलतान भी किसी के मामले में टांग नहीं अड़ाता। विकी कार
विक्रम सुबह गाना गुनगुनाते हुए बाल सवार रहा था । वह परफ्यूम को छिड़कते हुए आखिरी बार खुद को देखता है! और रुम से बाहर जाते हुए दरवाजा बंद करता है। वह जैसे ही हॉल से गुजरता है तो ...Read Moreसोफे पर बैठे हुए कुछ पेपर पढ़ रहा था... । वह सुलतान के पास जाते हुए कहता हैं । विकी: कैसा लग रहा हूं मैं!? । सुलतान: ( अजीब तरह से विकी की ओर देखते हुए ) क्या!? । विकी: बताओ ना यार कैसा लग रहा हूं!? । सुलतान: ( अजीब हावभाव के साथ ) जैसे रोज दिखते हो वैसे!
विकी कार को ड्राइव करते हुए घर की ओर जा ही रहा था। तभी उसका फॉन बजता है। वह इयरफोन को पहनते हुए कॉल उठाता है ।विकी: हैलो!? ।सूझी: ( चिल्लाते हुए ) फ***** इडियट किधर हो! दो दिन ...Read Moreगए है! और ना ही तुम्हारा कोई पता है ना कोई फोन!। मैं तुम्हारे घर दो दिन से गधों की तरह चक्कर लगा रही हूं! और तुम्हारे मॉम डैड वह लोग तो बुकिंग एंड डिजाइन फंक्शन सब की तैयारी कर रहे है। विकी: शांत सूझी शांत! इसमें इतना हायपर होने वाली क्या बात है!? ।सूझी: ( गुस्से मे) गुस्से वाली
विक्रम कार को पार्क करते हुए घर की ओर आगे बढ़ता है। तभी गार्ड दरवाजा खोलते हैं। विकी अपने कदम हॉल की ओर बढ़ाता है । देखता है तो उसके डैड मॉम और सूझी हॉल में बैठे हुए कुछ ...Read Moreकर रहे थे । विकी उनकी ओर कदम बढ़ाते हुए सूझी के पास वाले सोफा पर बैठ जाता है। विकी अपने पिता की ओर देखते हुए कहता है ।विकी: हेय डैड! ।धर्मानंद: क्या कर रहे थे तुम दो दिन! कितनी बार मैने तुम्हे कॉल किए!? । एक भी जवाब नहीं और ना ही कोई अता पता! ।विकी: अरे! बताया तो
विकी शाम को डिजाइनर के साथ शादी के लिए ड्रेस और बाकी सारी तैयारियां को बारे में बात कर रहा था । सूझी भी कई ड्रेस देख चुकी थी लेकिन उसे अभी तक समझ नहीं आ रहा था की ...Read Moreसी डिजाइन को पसंद करें। विकी कुछ बातो में व्यस्त था की तभी विकी के डेड चिंतित होते हुए! घर में दाखिल होते है । विकी उनके डेड को देखकर कुछ बोलने ही वाला था की धर्मानंद उसकी बात काटते हुए कहता है। धर्मानंद: विक्रम मेरे साथ आओ! कुछ बात करनी है! ।विकी: ( सिर को हां में हिलाते हुए
रेहान सुजैन को किस कर रहा था । शुरुआत तो उसने हड़बड़ी में की थी लेकिन फिर उसके दिल में दबे सभी भाव उमड़ रहे थे । गुस्सा,प्यार,नफरत,धोखा,दर्द और पता नहीं अनगिनत भाव एक साथ उमड़ रहे थे। वह ...Read Moreको इस तरह से किस कर रहा था जैसे मानो किसी प्रेमी की आखिरी मुलाकात हो । सुजैन उसकी पकड़ में से छुड़वाने की पूरी कोशिश कर रही थी लेकिन रेहान ने उसके हाथ कसकर पकड़ा हुआ था और ना चाहते हुए भी खुद को बेबस महसूस कर रही थी । लेकिन फिर उसका दिल जोरो से धड़क भी रहा
सुजैन जब जवाब नहीं देती तो विकी जल्दी से हॉल की ओर जाते हुए! कबर्ट में रखे बॉक्स को निकालते हुए उसमे से सूझी जिस रूम में ठहरी थी उस रुम की चाबी ढूंढ रहा था। जैसे ही उसे ...Read Moreकी कॉपी मिल गई वह जल्दी से भागते हुए सूझी के कमरे की और जाता है और दरवाजा खोलता है। वह जब दरवाजा खोलते हुए! देखता है! तो सूझी बेड के पास सिर झुकाए है पांव को मोड़कर सिकुड़ कर बैठी हुई थी । विकी भागते हुए! उसके नजदीक जाता है और सूझी को हड़बड़ाते हुए पूछता है । विकी:
रेहान यह नजारा बालकनी के पीछे छुपकर देख रहा था । और जैसे ही विकी सूझी के आंसू पोंछने के लिए सूझी के करीब गया रेहान को लगा विकी किस करने के लिए सूझी के करीब गया है। वह ...Read Moreमें हाथ को मुट्ठी में बंद करते हुए बालकनी से कूद कर चला जाता है। जैसे ही वह आसपास देखता है तो तान्या दोनो गार्ड का ध्यान भटकाते हुए! पाव में मोच आने का ड्रामा कर रही थी। रेहान आसानी से मेइन गेट की ओर चला जाता है। वह तान्या का इंतजार कर ही रहा था की तभी तान्या लंगड़ाते
रेहान और तान्या स्मृति की दादी जिस अस्पताल में थी वहां पहुंचते है। जैसे वह दोनो वार्ड की ओर आगे बढ़ते है तो देखते है स्मृति बेंच पर बैठे हुए रो रही थी। तान्या जल्दी से स्मृति के पास ...Read Moreहुए उसके कंधो पर हाथ रखते हुए उसे हौंसला देती है। स्मृति तान्या के कंधे पर सिर रख कर कहती है ।स्मृति: पता नहीं क्या होगा!? एक नानी ही है यार जिसे मैं अपना परिवार कह सकती हूं! अगर वो भी चली गई तो...! ।तान्या: ऐसा कुछ नहीं होगा डोंट वरी सब कुछ ठीक हो जाएगा ।रेहान: डोंट वरी मैंने