Mera Hero - 12 books and stories free download online pdf in Hindi

मेरा Hero (भाग-12) Almost kiss

आर्मी कैम्प के सामने उनकी कार रुकती है। बाहर ढेर सारे सैनिक खड़े थे। बाहर बोर्ड पर ही सारे नियम लिखे थे जैसे की अन्दर कोई मोबाइल से या किसी भी चीज से फोटो नही ले सकता क्योकि इससे अन्दर चल रही चीजे बाहर फैलने की आशंका थी फिर दुसरे देश या कोई आंतकी संगठन हमारी देश की सुरक्षा मे चूक ला सकते थे।


सभी अन्दर आते है। अंजलि और अविका तो बस मुड़ मुड़ के चारो तरफ देख रही थी।
तभी श्रुति मोबाइल निकाल के कहती है-" चलो फोटो लेते है।"
तभी उसके हाथ से शौर्य मोबाइल छोड लेता है और कहता है-" पागल हो गयी हो क्या ?

बाहर बोर्ड पर ही लिखा है की हम अन्दर फोटो नही ले सकते लेकिन तुम तो पहले ही रूलस तोड कर इंडियन सिक्योरिटी के खिलाफ जाना चाहती हो। फिर सब मिल ले ना तुम्हे जेल मे पटक आयेंगे।"

श्रुति भी उसी लहजे मे-" हा मुझे पहले पता रहता की यहा ऐसे रहना है तो आती ही नही मै ।" वो मुह फूला के दुसरी तरफ देखते हुये सबको पीछे छोड आगे आगे चलने लगती है।

उसको ऐसे बच्चो जैसी हरकते करता देख शौर्य हसने लगता है। रोहित शौर्य के पास आते हुये-" तुझे क्या हुआ है तुझसे कोई गुस्सा हो रहा है और तू हस रहा अभी कोई और होता तो उसको सबक सिखने लगता .....क्यो।"
शौर्य उसकी तरफ देखते हुये कडक लहजे मे -" क्योकि वो कोई और होता।"
रोहित -" वाह बेटा ..... खैर कोई बात नही ... वैसे मै होता तो क्या करते तुम?"
शौर्य थोडा मुसकुराते हुये-" क्योकि तुम भी कोई और मे आते हो इसलिये तुम्हारा भी वही हाल होता जो सबका होता है।"

दोनो एकदम धीरे बात कर रहे थे ताकि कोई सुने ना।इसके बाद रोहित मुह बनाए सिधे अविका के पास आ जाता है।
अविका थोड़ी मस्ती मे-" क्या हुआ माय स्वीटी।" इतना मुह फुलाए क्यू आ रहे हो शौर्य ने कुछ कहा क्या।"
रोहित मुह गिराये हुये-" वो ना श्रुति से बहुत प्यार करता है।"

अविका- " हें ...... वैसे मुझे भी लगता था लेकिन अब क्लियर हो गया नही तो श्रुति के लिये हमेशा सारी चीजे क्यू करता लेकिन तुमको कौनसी प्रॉब्लम हो रही है इससे।"
रोहित-" वो मुझसे प्यार नही करता ना अब।" अविका उसकी बचकानी बातों पर हंसने लगती है।

रोहित को गुस्सा आ जाता है और वो मुह फेर लेता है। तभी अंजलि उनके पास आती है-" क्या बात हो रही है तुम दोनो में मुझे भी थोडा बताओ।"
अविका-" वो रोहित कह रहा था की शौर्य श्रुति से प्यार करता है।" अंजलि थोड़ा शॉक होते हुये-"क्या ..... श्रुति को अभी पता चला की नही।" अविका हसते हुये-" शौर्य बतायेगा तब तो पता चलेगा।"
अंजलि-" वैसे मुझे लगता है श्रुति भी प्यार करती है शौर्य से.....पर मै क्लियर नही हूं।"
यह सुन रोहित का मूड अचानक ठीक हो जाता है वो हसते हुये- " हेहेहे ..... किसिने सच कहा है जब कोई लड़की प्यार मे रहती है उसको भी खुद नही पता रहता है लेकिन जब एक लड़का प्यार मे होता है तो गली ,मोहल्ला , दोस्त, दुश्मन, रिश्तेदार, दूर के मासी जी के ननद के बेटे तक खबर पहुच जाती है।"
शौर्य उनकी बाते सुन रहा था तभी वो तेज आवाज मे बोलता है-" मुझे तो अब सक हो रहा है की कही तुम भी लड़की तो नही क्योकि तुम्हारे बारे मे तो मुझे भी नही पता था।"

उसका इतना कहना था की अविका सरमाने लगती है और रोहित गुस्से से शौर्य को देखने लगता है। और अंजलि की तो हसी ही नही रुक रही थी । फिर शौर्य आगे चला जाता है
उससे कुछ कदम आगे ही मुह फुलाए श्रुति भी चल रही थी।


सामने से उनके पास एक ऑफिसर आ रहा था। वो आकर पूरे फौजी लहजे मे कहता है-" तेजस सर कालिंग ऑल ऑफ़ यू। कम फास्ट ऐण्ड रेपोर्ट ।"
उसके इतने कड़े रवईए से पहले तो सब सहम जाते है फिर उसके पीछे चलने लगते है। एक ऑफ़िस के बाहर वो ऑफिसर उन्हे छोड चला जाता है । सभी अन्दर आते है।


शौर्य अन्दर जाते ही अपने मामाजी का पैर छू लेता है तभी श्रुति भी ऐसा करती है तो मामा जी हसते हुये बोलते है-" श्रुति यहा आकर कैसा लगा।"
श्रुति उन्हे अचम्भे से देखने लगती है की आखिर उनको उसका नाम कैसे पता चला तभी वो बोलते है-" शौर्य ने बताया है आपके बारे मे।"
श्रुति एक बार शौर्य की तरफ देखती है लेकिन फिर गुस्से से दुसरी तरफ देखने लगती है।

सबका इंट्रोडक्शन लेने के बाद तेजस सबको ड्रेस चेंज करके फ़ील्ड मे आने को बोलते है। सभी जा रहे थे की तेजस बोलते है-" शौर्य तुम रुको कुछ बात करनी है।" शौर्य को भी लगता है कुछ जरुरी बात होगी शायद इसलिये मामाजी बुला रहे है।"
वो सबको आगे जाने को बोल वापस मामाजी के पास आ जाता है। लेकिन इधर मामाजी शौर्य के उम्मीद के बिल्कुल उलट कुछ कहने वाले थे जिससे उसकी सित्ती पित्ती गुम होने वाली थी।

मामाजी -" वैसे शौर्य हमारी होने वाली बहू जी भी बहुत सुन्दर और होनहार है।" शौर्य को समझते देर नही लगती है लेकिन वो अंजान बनते हुये बोलता है -" कौन बहू।" तेजस जी हसते हुये-" श्रुति और कौन...... वैसे बेटा तुम्हारा मामा हूं मुझे बेवकूफ़ समझने की गलती मत करना।"

शौर्य को कुछ समझ नही आ रहा था की अब वो क्या बोले लेकिन फिर बोलता है-" आपको किसने बताया।" मामाजी-" तुम्हारी दादी ने।" शौर्य को और बड़ा शॉक लगता है -" लेकिन आप तो जानते है की वो कुछ भी बकवास करती रहती हैं।" मामाजी-" लेकिन किसी और ने क्लियर कर दिया।" शौर्य को गुस्सा आ रहा था की किसने यह सब रायता फैलाया है फिर शौर्य-" किसने।"
मामाजी-" आपके दोस्त रोहित ने।" शौर्य तो अब बम की तरह फटने वाला था। कुछ देर तक बात कर वो भी चेंजींग रुम की तरफ बढ जाता है।


इधर दुसरी तरफ चन्जींग रुम मे सब अपने अपने स्पोर्ट ड्रेस चेंज कर चुके थे। बस श्रुति ही अपने जूते बाँध रही थी। अंजलि अवीका और रोहित के साथ बाहर निकलते हुये -" श्रुति हम तीनो जा रहे है तुम आ जाना।" श्रुति -" ठीक है।"

सब चले जाते है और श्रुति कुछ गुनगुनाते हुये जूते बाँध रही थी की उसका मोबाइल डेस्क के पीछे गिर जाता है । वो नीचे बैठ कर खोजने लगती है लेकिन उस तरफ अन्धेरा था जिससे उसे मोबाइल मिल नही रही थी। तभी शौर्य चेन्जींग के अन्दर आता है।

उसे लगता है रुम के अन्दर कोई नही है। वो जल्दी से फ़ील्ड मे जाना चाहता था इसलिये वो दरवाजा बन्द कर वही स्पोर्ट गार्मेंट्स ले कर चेंज करने लगता है। जैसे ही वो टी- शर्ट निकलता है उसके 6 पैक muscles उभर कर दिखने लगते है।

अभी वो कुछ पहन पता की डेस्क के पीछे से श्रुति की आवाज आती है -"मेरी प्यारी मोबाइल आखिर मैने तुम्हे ढू ...ढू ....। इसके आगे वो कुछ बोल पाती की वो शौर्य को ऐसे शर्टलेस देख चिल्लाने लगती है।

शौर्य जल्दी से आके उसके मुह को अपने हाथो से बन्द कर देता है और धीरे से बोलता है-" पागल हो क्या यह तुम्हारा घर नही है आर्मी कैम्प है जो इतना चिल्ला रही हो और मै तुम्हे खा नही रहा हूं।" इधर शौर्य को इस हालत मे अपने इतना करीब देख उसका दिमाग खाली हो रहा था उसे कुछ समझ नही आ रहा था की क्या करे।

शौर्य की भीनी भीनी खुसबू उसको अपने काबू मे कर रही थी और न जाने क्यू वो उसके तरफ खिची चली जा रही थी। अचानक से बिजली भी चली जाती है ।जो भी कुछ रोशनी थी वो भी चली जाती है बस ऊपर एक छोटे से रोशनदान से हल्की रोशनी श्रुति के चेहरे पर पड रही थी।




पूरे रुम मे अन्धेरा था बस दो लगों की सांसे चलने की आवाज आ रही थी तभी एक हवा का झोका आता है और श्रुति अपनी आँखे बन्द कर लेती है।
शौर्य अभी भी उसके मुह पर हाथ रखे उसके बिल्कुल पास खड़ा था वो उसकी फ़डफड़ाती पलको को देख उसके खोया जा रहा था। धीरे धीरे वो उसके चेहरे की इतने करीब आ रहा था और श्रुति अपनी सांसे रोक अपने लबो पर कुछ महसूस करना चाहती थी।

जैसे ही शौर्य उसको किस करने वाला था कही से एक चुका आ कर उनके बिच कूद जाता है जिससे दोनो चिल्लाते हुये कूदकर दूर हो जाते है तभी बिजली भी आ जाती है।

श्रुति तो शौर्य से नजरे तक नही मिला पा रही थी। वो शर्मा कर वहा से दरवाजा खोल भाग जाती है।

इधर शौर्य मन ही मन सोच रहा था -" अगर आज वो चुहा मिल जाये तो उसे भुन कर खा जाऊ।" फिर श्रुति का शर्म से लाल चेहरे को सोच मुसकुराते हुये ड्रेस पहनने लगता है। वो ड्रेस पहन कर बाहर फ़ील्ड मे चला जाता है।




क्रमश: