Junoon Se Bhara Ishq - 12 books and stories free download online pdf in Hindi

Junoon Se Bhara Ishq - 12

Bhagne ki Taiyari



प्रिया ऐयरपोटॅ पहुंच कर टिकट के लिए लाइन मे खडी हो गई। लाइन थोडी ज्यादा लंबी थी और प्रिया लास्ट मे थी। उसे जल्दबाजी मे इतना वक्त नही मिला था की वो घर जाकर अपना सामान ले सके।


खैर, उसे यहा से जल्दी निकलना ज्यादा जरुरी था। कपडे वो वही से ही खरीद लेगी। वो अपने ख्यालो मे ही खोई हुई थी। आखिर कौन हो सकता था ये अभय राठौर !



जहा तक वो जानती थी। मल्हौत्रा फैमिली काफी अमीर लोग थे। और उनके अलावा उसने कभी भी किसी राठौर के बारे मे नही सुना था। तो फिर ये कौन था जो इतनी रियल लाइफ अफोर्ड कर सकता है !



उसे अपनी फैमिली को लेकर बिल्कुल भी फ्रिक नही थी। वो जानती थी की वो इंसान अगर उसका फैमिली को परेशान करने की कोशिश करेगा तो जय है जो उनकी हैल्प कर सकता था।



जय के रहते हुए उसकी फैमिली को कोई नजर उठाकर कर भी नही देख सकता। वो ये सोच ही रही थी की इतने मे उसकी टिकट लेने की बारी आ गई।




उसने अपने सारे जरुरी डॉक्यूमेंट रिसेप्शनिस्ट को दे दिये। रिसेप्शनिस्ट डॉक्यूमेंट चेक रही थी की तभी उसने अपने कंप्यूटर मे कुछ ऐसा देखा की उसके बाद वो प्रिया को अजीब नजरो से घूरने लगी।





प्रिया भी उसे समज ने की कोशिश कर रही थी की आखिर प्रॉब्लम क्या है। ऐयरपोटॅ अथॉरिटी के कुछ रुल होते है। जिनमे जो पेसिन्जर रेड लिस्टेड हो किसी भी सिचुयेशन मे ट्रावेल न करने या आम भाषा मे कहे की बैन कर दिये जाते है।



वो लोग जो इस लिस्ट के अंदर आते है। वो सिर्फ एयरपोर्ट ही नही बल्कि किसी भी और तरीके से भी ट्रावेल नही कर सकते। उस स्थिति मे स्टाफ तुरंत डिपार्टमेंट के हेड को बताना पडता है।



ठीक वही प्रिया के साथ भी हो हुआ था। उसका नाम उस रेड लिस्ट मे आया था।

प्रिया :- it's your any problem.

रिसेप्शनिस्ट :- हंहहहह . . . . . . . Sorry mam ! वो कंप्यूटर मे आपकी इन्फोर्मेशन मे ऐरर शो हो रहा है। बट, यू डोंट वरी हम जितना जल्दी हो सके इसे सॉल्व करने की कोशिश कर रहे है।

क्या तब तक आप वेट कर सकती है ? जैसे ही ठीक होता है

We will inform you.


प्रिया को इंतजार करने के अलावा और कोई ओप्शन भी तो नही था। हालांकि ये थोडा अजीब था। क्यूकी आज से पहले ऐसा कभी ऐरर नही आया था। फिर भी उसने इंतजार करना ठीक समझा।



प्रिया :- हा ! या श्योर !

रिसेप्शनिस्ट :- थैंक यू !


प्रिया वेटिंग झोन मे इंतजार करने लगी। उसके जाते ही रिसेप्शनिस्ट ने गाडॅ पर उस पर नजर रखने को कहा और तुरंत अपने हेड को इन्फोॅम कर दिया।



करीब 1 घंटे बाद प्रिया ने देखा की उसके आस पास एक अलग ही हल चल हो रही है। जैसे कुछ होने वाला हो। वो डर से खडी हो गई । तभी नजाने कही से ब्लैक कलर के कपडे पहने बॉडीगार्ड आकर खडे हो गए।




प्रिया उन्हे हैरानी से देखने लगी। कौन थे ये लोग ? शायद उसने उन्हे कही देखा था। उसके दिमाग मे अचानक याद आया की ये लोग तो अभय के आदमी है। तो क्या वो यहा . . . . . . . .



इतना ख्याल आते ही उसके हाथ पैर ठंडे हो गए। सबसे लास्ट मे मिस्टर माथुर आये। और प्रिया के सामने आकर खडे हो गए।



मिस्टर माथुर :- आप कहा जा रही थी मिस मेहरा ? वो भी बिना मिस्टर राठौर की परमिशन के।


तुरंत ही उसकी आंखो के इशारे से ही प्रिया के आस पास दो बॉडीगार्ड आकर खडे हो गए। प्रिया का दिल खौफ से भर गया। वो मदद के लिए चिल्लाने ही वाली थी की मिस्टर माथुर बोले


मिस्टर माथुर :- अगर आप चिखने या चिल्लाने वाली है तो कोशिश भी मत किजिए गा। क्योकी अगर ऐसा किया भी तो आपकी मदद के लिए कोई सामने नही आऐगा।

क्योकी आप एयरपोर्ट के रेड लिस्ट मे आती है। जिसके मुताबिक आप बहुत बडे क्रिमिनल है। अगर आप को मेरा विश्वास न हो तो आप यहा के स्टाफ से भी पता कर सकती है।


प्रिया का शरीर डर से कांपने लगा। वो फिर से इन लोगो के जाल मे फस गई थी।

मिस्टर माथुर :- अब आप कार मे चल कर बैठ सकती है।

प्रिया आस पास देखा तो उसके कुछ दूर गार्ड्स ने उसे चारो तरफ से घेर लिया था। और वहा खडे बाकी के पेसेन्जर उसे खौफ से देख रहे थे।


प्रिया :- आप ये मुज पर जबरदस्ती कर रहे है क्या आपको डर नही लगता है ? अगर किसीने फोन कर लिया तो।


उसकी बात सुन कर मिस्टर माथुर का चेहरा जो अब तक मुस्कुरा रहा था वो अब अचानक सीरियस हो गया।

मिस्टर माथुर :- आप सिर्फ Abhay Rathore owner of Rathore industry के मेटर को देख सकती है। या इस मे इन्टर फेर कर सकती है।

बाकी चीजो से आपको कोई मतलब नही होना चाहिए।




अभय का पूरा नाम सुन प्रिया की हैरानी की कोई सीमा ही नही रही थी। उस रात मे वो नींद मे थी इसलिए वो उसके नाम को ठीक से नही सुन पाई थी।



मतलब जो उसके साथ ये सब कर रहा है वो कोई और नही बल्कि Rathore industries का मालिक है। उसने कभी नही देखा था। पर हा उसके बारे सुना जरुर था।





राठौर फैमिली सिर्फ इंदौर मे ही नही पूरे इंडिया की जानी मानी फैमिली थी। पर उसके ओनर और उस फैमिली के बारे मे जानना किसी रहस्य से कम नही था।

कोई भी उसके बारे मे नही जानता था। राठौर फैमिली को कोई भी नुकसान पहुंचाने या धोखा देने की कोशिश भी करता तो उसकी सजा उम्र के से कम नही थी। या तो वो पूरा दिवालिया कर दिया जाता था या फिर उसका नाम निशान तक लोगो को नही मिलता था।



किसी भी के लिए उस तक पहुंचना उसके लिए आसान न था। नाही मिडिया, न्यूज पेपर और मैग्ज़ीन किसी ने भी आज तक उसके बारे मे कुछ भी नही छापा था उसकी परमिशन के बगैर।



किसीने उसकी तस्वीर तक नही देखी थी। यहा तक मल्हौत्रा फैमिली भी उसके सामने कुछ नही थी। ये सोच प्रिया का पूरा शरीर कांप गया।



अब वो खडी होने की भी हालत मे नही थी। मिस्टर माथुर ने उसे धीरे से देख उसे कार मे बैठ ने को कहा। प्रिया धीमे धीमे कदमो से बहार जाने लगी।



वेटिंग ऐरिया से लेकर पाकिॅग तक हर जगह वो ब्लैक कपडे पहन गार्ड्स ही खडे थे। और उनके पीछे कुछ पुलिस के आदमी भी।



सब देख उसे ऐसा लग रहा था जैसे वो कोई टेरेरेस्ट हो। कार मे बैठ कर मिस्टर माथुर उसे बंगले तक ले गए। अंदर आकर वो रुम प्रिया को रुम मे जाने के लिए कहा।



मिस्टर माथुर :- आप कमरे मे ही रहिये जब तक मिस्टर राठौर नही आ जाते। अगर आपको किसी भी चीज की जरूरत हो तो बस एक बटन प्रेस कर दिजिए गा।

सब कुछ आपके कमरे मे आ जायेगा। बस मिस्टर राठौर न आ जाए आप इस कमरे से बहार नही जा सकती।




प्रिया ने उस कमरे को देखा जहा वो पिछली रात उस सनकी के साथ थी। उसे अब भी विश्वास नही हो रहा था की वो इंसान अभय राठौर हो सकता है।



हो सकता है मिस्टर माथुर जूठ बोल रहे हो, क्या वो सच मे अभय राठौर है ? Rathore industries के मालिक। क्योकी अगर ये सच हुआ तो शायद अब उसके लिए यहा से निकलना मुश्किल हो जाएगा।


मिस्टर माथुर ने उसकी तरफ देखा और हस्ते हुए कहा :- आपको क्या लगता है की किसी मे भी इतनी हिम्मत है की वो अपने आपको अभय राठौर कह बताये फिर भी अगर आपको शक है तो कुछ देर रुकिए।



कुछ ही देर मे प्रिया के सामने एक लेपटॉप रखा हुआ था। प्रिया ने मिस्टर माथुर को कन्फ्यूजन मे देखा और बोली।

प्रिया :- ये . . . . . . . .




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