Junoon Se Bhara Ishq - Novels
by Payal
in
Hindi Love Stories
इस जूनुनी इश्क मे प्रिया उस रात को अंजाने मे हुई गलती की सजा अभी तक भुगत रही है। वही अभय उस रात का बदला प्रिया से हर रोज ले रहा था, उस अंजान रात की गलती हर रोज ...Read Moreकर। वो रात और उसके बाद की रात हर रात उन दोनो को और भी नजदीक लाती जा रही थी। क्या होगा जब अभय को होगा प्रिया से उसके प्यार का अह्सास ? क्या उसके बदले की आग मे वो कभी इस अह्सास को पहचान पायेगा ?
इस जूनुनी इश्क मे प्रिया उस रात को अंजाने मे हुई गलती की सजा अभी तक भुगत रही है। वही अभय उस रात का बदला प्रिया से हर रोज ले रहा था, उस अंजान रात की गलती हर रोज ...Read Moreकर। वो रात और उसके बाद की रात हर रात उन दोनो को और भी नजदीक लाती जा रही थी। क्या होगा जब अभय को होगा प्रिया से उसके प्यार का अह्सास ? क्या उसके बदले की आग मे वो कभी इस अह्सास को पहचान पायेगा ? Ye haqiqat hai .........सुबह के करीब 7 बज रहे थे। ठंड का मौसम
Raat ka Raaz प्रिया ......... प्रिया मेहरा मिडिल क्लास की सीधी सादी सी लडकी थी जो एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी मे काम करती थी। वो फैमिली के साथ इंदौर मे रहती थी। न कभी किसी से कोई लेना न ...Read Moreहमेशा अपने काम से काम रखना। बस यही जिंदगी थी उसकी जो आज बिखरी हुई सी दिख रही थी। हमेशा इज्जत से जीने वाली लडकी आज अंजाने मे सब कुछ लुटा चुकी थी। पर वो ये भी जानती थी। की आगे की जिंदगी उसके लिए आसान नही होगी। इसलिए उसकी वजह से उसकी फैमिली को कुछ परेशानी न हो ये
Priya ki pareshani फोन पर बात कर उसने ड्राइवर को एड्रेस बताकर तुरंत उस रास्ते पर चलने को कहा। परेशानी उसके चेहरे पर साफ देखी जा सकती थी। उसे बस जल्द से जल्द उस जगह पर पहुंचना था। कुछ ...Read Moreदेर मे गाडी प्रिया के बताए एड्रेस के सामने आकर रुकी। वो बिना देरी किए गाडी से बहार आकर अंदर चली गई। ये डांस बार था जहा प्रिया आई थी। प्रिया बैक स्टेज जाकर वहा बने कमरो मे जाकर किसी को ढूंढ ने लगी। तीन से चार कमरे देखने के बाद फाइनली वो इंसान मिल गया। जिसके लिए वो यहा
Bar mein Priya गाने की धुन पर सब मस्ती मे थिरक रहे थे। तभी अचानक बुलेट चलने की आवाज आई। बुलेट की आवाज इतनी तेज थी की म्यूजिक का शोर होने के बाद भी सभी के कानो मे उसकी ...Read Moreपहुंच गई। सब लोग एक दूसरे का चेहरा देखने लगे। कुछ ही सेकन्ड मे नजाने कहा से बहुत सारे कंमान्डोस आकर वहा खडे हो गए। उन्होने बार को अंदर से पूरा कवर कर लिया था। तभी एक आदमी आगे आया और तेजी चिल्लाकर सबको बहार जाने के लिए कहा। सब लोग एक दूसरे का चेहरा देखने लगे। किसी को कुछ
Abhay Aur Priya प्रिया को कार मे बिठाकर अभय ने उस कार के सामने खडे ब्लैक कोट पहने और हाथ मे ब्रिवकेस लिए अनिल को कुछ इशारा किया। अभय :- यहा सब हेन्डल कर लेना, मुझे बाद मे कोई ...Read Moreनही चाहिए। अनिल ने कहा :- don't worry sir ! I handle every thing. अभय ने कहा :- better .............. अभय भी कार मे प्रिया के साथ बैठ गया। और ड्राइवर को गाडी चलाने को कहा। प्रिया को कुछ भी समज नही आ रहा था की उसके क्या ? और क्यू हो रहा है ? वो तो इस लडके को
Us Raat ka Sach कमरे मे अंदर लेकर अभय ने प्रिया को बेड पर बैठा दिया प्रिया ने उस पूरे कमरे मे कई सफेद कपडे पहने लोग थे। उसका मतलब वो सब डॉक्टर थे। सारे डॉक्टर्स सर झुकाए खडे ...Read Moreप्रिया को सब बहुत अजीब लग रहा था। नजाने ये लोग यहा क्यो खडे थे ? और उसके साथ क्या करने वाले थे ? वो पागलो की तरह सभी को देखे जा रही थी। जैसे किसी गाय के बच्चे को जैसे बडे से जानवर के सामने खडा कर दिया हो। उसने अभय की तरफ देखा जो उसे ही देख रहा
Psycho Abhay प्रिया अभय की बात सुन उसे आंखे फाड़े देखने लगी। ये सच मे एक सायको इंसान था। मतलब ऐसी बाते आसानी से सबके सामने कैसे कोई बोल सकता था। अभी तक वो दोनो ही कमरे मे थे। ...Read Moreवहा उसके ही लोग और साथ मे डॉक्टर्स की टीम थी। पर उसे बोलने मे बिल्कुल भी हिचकिचाहट नही हुई। और उसके बाद प्रिया कुछ नही बोली। उसे सबके सामने ऐसे होने की वजह से शमॅ आ रही थी। और उस सनकी आदमी पर गुस्सा भी उसने अपना सर झुका लिया। ऐसा लग रहा था, जैसे ये बडा सा राजा
Abhay ki zid अभय की सदॅ आवाज सुन प्रिया को डर के मारे हिला भी नही गया। अभय :- तुमने अभी तक शुरु नही किया। मतलब मेरी मदद की जरूरत है तुम्हे। उसका जवाब सुन प्रिया हडबडा गई। प्रिया ...Read Moreनही ! नही ! प्रिया बोल कर बाथटब मे पडे पानी को लेकर अपने उपर डालने लगी। उसके हाथ डर के मारे कांप रहे थे। उसे शमॅ भी आ रही थी। क्योकी वो सनकी आदमी वही खडे होकर उसे ही घूर रहा था। या यू कहे की उस पर नजर रख रहा था। प्रिया :- क्या आप, दूसरी तरफ मूड
Contact of living दरवाजे पर नॉक होते ही प्रिया ने अपने आप को संभाला। फिर प्रिया ने आहिस्ता से मगर शांत भाव से कहा। प्रिया :- आ जाइऐ। प्रिया के कहने पर से ही दरवाजा खुला और कई औरते ...Read Moreकमरे मे आ गई। उनमे से किसीके हाथ मे बॉक्स थे तो कुछ मे कपडो के रेग्स संभाली थी। जिनमे तरह तरह के डिजाइन किये गए कपडे टंगे थे। प्रिया कंफ्यूज सी उनको देखने लगी। प्रिया :- ये सब क्या है ? प्रिया के सवाल करते ही एक औरत जिनके हाथ खाली थे वो आगे आई। सवेॅट :- good morning
Priya ki information प्रिया जान चुकी थी की इन लोगो के पास उसकी हर एक जानकारी है, इसलिए उसे साइन करना ही पडेगा, कोई और ओप्शन नही था उसके पास वो सोच ही रही थी की तब तक मिस्टर ...Read Moreने दूसरा सैम डॉक्यूमेंट उसके सामने रख दिया। निशा :- कितनी बार तुमसे कहा है जय, हर रोज बहार जाने की क्या जरूरत है ? हम यही कंपनी के कैन्टीन मे खाना खा सकते है ना।तुम फालतू ही परेशान होते हो। जय :- इसमे परेशान होने वाली कौन सी बात है, इनफैक्ट तुम्हारे साथ वक्त बिताना मिलता है मुझे। जो
Priya ka Partner प्रिया कुछ भी किसी को भी नही बता सकती थी। इसलिए वो बस हल्का सा मुस्कुराई। जैसे निशा की बातो को अग्री कर रही हो। वही उसका रिएक्शन देख जय के चेहरे पर एक अलग ही ...Read Moreआ गये। जैसे उसकी बात खास अच्छी न लगी हो। क्या सच मे प्रिया किसी और लडके के साथ थी ! निशा :- अहंहहहह . . . . . . . . . तुम्हारी मुस्कुराहट देख कर तो यही लग रहा है की मै सही ह। पर ये गलत बात है पीयू, अपनी बहन से ऐसी बात कोई छुपाता है
Bhagne ki Taiyari प्रिया ऐयरपोटॅ पहुंच कर टिकट के लिए लाइन मे खडी हो गई। लाइन थोडी ज्यादा लंबी थी और प्रिया लास्ट मे थी। उसे जल्दबाजी मे इतना वक्त नही मिला था की वो घर जाकर अपना सामान ...Read Moreसके। खैर, उसे यहा से जल्दी निकलना ज्यादा जरुरी था। कपडे वो वही से ही खरीद लेगी। वो अपने ख्यालो मे ही खोई हुई थी। आखिर कौन हो सकता था ये अभय राठौर ! जहा तक वो जानती थी। मल्हौत्रा फैमिली काफी अमीर लोग थे। और उनके अलावा उसने कभी भी किसी राठौर के बारे मे नही सुना था। तो
Abhay ki pahuch मिस्टर माथुर ने लेपटॉप प्रिया के सामने रखा। प्रिया कंफ्यूज उन्हे देख रही थी। इसे पहले वो कुछ कहती लेपटॉप पर दिखाई दिया। लेपटॉप लाइव विडियो शुरु हो गया। जिसमे सबसे पहले Rathore industries का logo ...Read Moreगया। और फिर उसके स्टाफ मेम्बर आके खडे हो गए। हैल्लो मिस्टर माथुर ! हैल्लो मिस मेहरा ! मिस्टर माथुर :- don't worry, miss mehra. ये लोग हमे नही देख सकते। सिर्फ हम ही उन लोगो को देख सकते है। Contact के मुताबिक आप किसी को भी आप के और मिस्टर राठौर के रिलेशन के बारे मे नही पता चलेगा।
Priya ka gussa अभय बाथटब मे उतर गया। प्रिया उसे गुस्से से घूरे जा रही थी। प्रिया ( अपने मनमे ) :- कैसा इंसान है ये ? शमॅ नाम की चीज ही नही है कोई। अभय ने देखा की ...Read Moreबस उसे देखे जा रही थी। अभय :- हंहहह . . . . . . . ऐसे क्या देख रही हो ? यहा आकर मेरी मदद करो। प्रिया को समज नही आ रहा था की वो क्या करे। उसकी बात मानने के अलावा उसके पास और कोई चोइस भी नही थी। पर उसके पास जाने मे ही उसकी हालत खराब
Abhay ki allergy प्रिया रात मे बिना अभय की परमिशन के खाना बना रही थी। जब अचानक अभय किचन मे आ गया। प्रिया ने अभय को देख सर झुका लिया। जैसे उसने कोई गुनाह कर दिया हो। वैसे अभय ...Read Moreबिना मजीॅ के उस घर मे कुछ करना गुनाह से कम नही था। और फिर तो वो उसके किचन मे खडी थी। उसे लग रहा था की अभय उस पर गुस्सा करेगा। प्रिया :- वो . . . . . वो मुझे भूख लग रही थी। इसलिए यहा खाना बनाने आ गई। अभय ने डीश की तरफ देखा। आया तो
Priya ka touch अभय ने गुस्से मे वहा रखा सामान फेकना शुरु कर दिया। सब जानते थे की अगर अभय की तबियत ठीक न हो तो वो ऐसे ही चीडता है। इसलिए ऐसे वक्त मे उससे दूर रहना ही ...Read Moreरहता था। पर फिलहाल उसकी बिना परमिशन के वो लोग बहार भी नही जा सकते थे। इसलिए सबष्पना सर झुकाकर खडे रहे। वही, प्रिया को कुछ भी समज नही आ रहा था। उसे बस अभय के गुस्से को देख डर लग रहा था। आखिर कार ये सब तो उसकी ही वजह से ही तो हुआ था। उसका दिल कर रहा
Lalita ki saazish प्रिया को देख ललिता जी हैरान हो गई। ललिता :- अरे ! तुम तो foreign जाने वाली थी ना। प्रिया के चेहरे की उदासी और आंखो से झलकता ददॅ शायद वो देख नही पाई या जान ...Read Moreकर नजर अंदाज कर रही थी। ये कह पाना मुश्किल था। प्रिया :- नही ! वो अभी ऑफिस का काम पूरा नही हुआ। तो मै ने सोचा यही कुछ दिन रेस्ट कर लू। फिर अपना काम खतम करके आराम से जाऊगी। इसलिए नही गई। ( मुस्कुराने की कोशिश करते हुए। ) ललिता :- चलो अच्छा है ! अब जब तुम
Majboor Priya प्रिया के दरवाजे खोलते ही ललिता जी ने देखा प्रिया अभी भी उसी कपडो मे थी। ना ही उसने चेन्ज किया था और ना ही उसने कोई मेक - अप किया था। उसका चेहरा अभी भी मुरझाया ...Read Moreसा था। ललिता अपने मनमे :- अगर ऐसे चेतन जी ने उसे देखा तो शायद वो सीधे ही शादी के लिए मना कर देगे। ललिता :- ये क्या है ? तुमने अभी तक ड्रेस चेन्ज नही कि जल्दी से जाकर इसे चेन्ज करो। मै जानती थी तुम किसी भी काम की नही हो। इसलिए मै ने तुम्हारे लिए ड्रेस अरेंज
60 saal ka dulha ललिता जी के कहे अनुसार प्रिया होटल तो आ चुकी थी। पर उसे यहा आकर बडा ही अजीब लग रहा था। जैसे कुछ गलत हो रहा है।वही, वेटर भी प्रिया को उपर से नीचे तक ...Read Moreनजरो से घूर रहा था। सिर्फ वही नही वहा से गुजरती एक औरत उसे अजीब नजरो से घूर रही थी। हालांकि उसके चेहरे पर कोई भी हैरानी के एक्सप्रेशन नही थे। सबने ऐसे ही छोटे छोटे कपडे पहने हुए थे वहा। प्रिया खुद मे ही इम्बेरेसमेंट फील हो रही थी। वो वहा से आगे बढ कर रुम के सामने आ
Abhay ki pehchaan प्रिया ने अपने आप को बचाने के लिए अभय का नाम लिया। पर उसकी बात सुन कर चेतन जोरो से हसने लगा। चेतन :- हा हा हा हा हा . . . . . . . ...Read More. Miss beauty, मै अच्छे से जानता हू की तुम झुठ बोल रही हो। और बोलने से पहले सोच तो लो। जानेमन अभय राठौर को जानती भी हो। वैसे जोक अच्छा था तुम क्या समझती हो उसे ? इतना आसान है उस आदमी के साथ रिलेशन रखना। वैसे तुम्हे क्या लगता है अगर अभय राठौर यहा खडा भी हो जाये
Chetan ko tamacha वास टूटने की आवाज सुन प्रिया ने सर उठाकर सामने देखा, जो शूट को ठीक अपने आप को कर रही थी। सामने का नजारा देख वो सन्न रह गई। वास लगते ही चेतन के सर से ...Read Moreबहने लगा। चेतन ददॅ से चीख पडा। अभय :- तेरी हिसाब कैसे हुई इसे छूने की ? हंहहहहह . . . . . प्रिया उसका गुस्सा देख थूक गटकने लगी। अभय यही नही रुका उसने चेतन को नीचे गिराया और उसके सर पर अपना पैर रख दिया। अभय :- बोल कैसे तूने इसे हाथ लगाया ? किस हाथ से तूने
Ab kya kare ? होटल के बहार आकर अभय ने प्रिया को कार के अंदर धकेल दिया। और खुद भी उसके पास बैठ गया। उनके बैठते ही ड्राइवर ने कार बंगलो की तरफ ले लिया। बंगलो पर पहुंच ते ...Read Moreअभय ने दोबारा से प्रिया को गोद मे उठा लिया और अंदर जाने लगा। अभय के बढते एक एक कदम के साथ प्रिया की धडकने भी बढ रही थी। अभय कमरे के सामने आया और लात मार कर दरवाजा खोल दिया। दरवाजे की आवाज इतनी तेज थी की कुछ पल को प्रिया की धडकने भी रुक गई। अंदर आने के
Abhay ka Dar सोफी की बात सुन मिस्टर माथुर सीधे उस कमरे की ओर चले गये जिस कमरे मे अभय था। कमरे के बाहर जाकर मिस्टर माथुर को पंचिंग बैग की आवाज आ रही थी। कोई लगातार उसे मारे ...Read Moreरहा था। वो तुरंत अंदर गये। तो देखा अभय गुस्से मे लगातार पंचिंग बैग को मारे जा रहा था। उसके चेहरे पसीने की धार निकल रही थी। आंखे अंगारे की तरह लाल हो रही थी। अभय की इस आदत से मिस्टर माथुर भी वाकिफ थे। की जब भी वो गुस्से मे होता है, और जब वो गुस्सा किसी ओर पर
Abhay ki Galti अभय के शरीर की गमीं का अह्सास होते ही प्रेया ने हल्की बेहोशी में अभय को कस कर पकड़ लिया और उसे चिपक गई। कुछ ही देर मे उसका कांपना बंद हो गया। अभय :-तुम्हे मुझे ...Read Moreयू कहना चाहिए। इस के लिए तुम पहली वो इंसान हो जिसके लिए मै ये सब कर रहा हू। अभय उसके चेहरे को देख रहा था। वो उस पर गुस्सा करना चाहता था। उसको सबक सिखाने चाहता था। पर उसके चेहरे को देख नजाने उसके दिल मे कैसी हलचल हो रही थी। जो उसे चाहकर पर भी उस पर गुस्सा
Aadhi need me अभय ने जो गुस्से मे प्रिया से कहा वो उसने सुना ही नही क्योकी प्रिया तो वैसे ही आधी नींद मे थी और पेट भरने के बाद तुरंत सो गई। उसने अभय की बातो पर कोई ...Read Moreही नही दिया। प्रिया सारा दिन सोती रही। जब उसकी निंद खुली तो उसे अपने आंखे सुजी हुई लगने लगी। सर ददॅ से फटा जा रहा था। उसने अपने आस पास देखा तो उसने जाने माने कमरे मे पाया ओह ! तो वो अभय के ही कमरे मे थी। ये सोच उसका दिल फिर से कड़वाहट से भर गया। उसने
Fever Check वही प्रिया बेड पर लेटी लेटी बोर हो रही थी। उसे समज नही आ रहा था की वो क्या करे। इसलिए उसने नौकरो से कह कर कुछ बुक्स लाने को कहा। बुक्स आते ही वो पढने लगी। ...Read Moreकुछ ही देर मे उसे पढते पढते निंद लग गई। कुछ घंटो बाद किसी की गहरी नजर और हाथो काटो उसे अपने गालो पर महसूस हुआ। उसने आंख खोल कर देता तो अभय उसके गालो पर हाथ फेर रहा था। अभय :- अब शायद बुखार नही है तुम्है। अब भी उसके हाथ रुके नही थे। बल्की लगातार उसके चेहरे पर
Cooking for Abhay प्रिया अभय के लिए खाना बनाने किचन मे चली गई। जहा पहले से ही नौकर मौजूद थे। प्रिया ने एक नजर उनकी तरफ देखा और स्टैंड की तरफ बढ गई। उन मे से एक नौकर ने ...Read Moreसवेॅट :- मैम मिस्टर राठौर ने कहा है की अब आप ठीक हो गई है तो अब आप ही उनके लिए खाना बनायेगी। जैसा भी उन्होने पहले भी था अगर खाने के टेस्ट मे गडबड हुई तो फिर आगे भुगतने के लिए तैयार रहे। उसकी बात सुन प्रिया के कस गये। हर बार ये एक लाइन अगर ऐसा नही किया
Kya yahi pyaar hai ? जिस अभय को गंदकी से सख्त नफरत थी। जो ऐसी चीपचीपी सी चीजो से छूने से दूर भागता था। वो आज अपने हाथो से अनार को छू रहा था। जो अभय ऐसी किसी को ...Read Moreलगाना टाइम वेस्ट समझता था वो खुद अपने काम के वक्त को यहा लगा रहा था। मिस्टर माथुर हैरान थे क्योकी जब से उन्होने अभय के साथ काम करना शुरु किया था, ये पहली बार जब उन्होने अभय को ऐसे देखा था। कुछ देर बाद अपने हिस्से के सारे अनार छीलने के बाद अभय खडा हो गया। और अपने हाथो
Haan yahi pyaar hai . . . . . . . . . प्रिया उसे हैरानी से देखने लगी। ये क्या था, प्रिया ने अपना हाथ खींचने की कोशिश की। पर अभय की मजबूत पकड से वो अपना हाथ ...Read Moreनही पाई। प्रिया :- ये . . . . . ये . . . . . ये आप क्या कर रहे हो ? अभय :- ये स्टेन्प स्पेशयली मेरे लिए बनवाई गई है। जो भी डॉक्यूमेंट मुझसे जूते हुए होते है। उन पर ये स्टेन्प लगती है। ये मेरे साइन से डिजाइन किया गया है। अब शायद तुम्हारे हर एक
Caring Abhay .जब प्रिया ने सर उठा कर देखा तो रात के 11 बज रहे थे। मतलब की वो अभय की गोद मे फीछले 4 घंटे से बैठी थी। और उसने कुछ कहा भी नही।क्या उसे ददॅ नही हुआ। ...Read Moreवजन कुछ कम भी नही था। फिर भी वो शांति से उसका बिजनेस का काम करता रहा। प्रिया को हर बार ये इंसान हैरान कर जाता था। कुछ ना कुछ करके इस वक्त भी वो हैरान थी।क्या था ये इंसान। वो आहिस्ता से हिली, और अभय की तरफ देखा।प्रिया :- मै रुम मे जाऊ। वही इंतजार कर लुंगी मै आपका।अभय
Apno se mila dhokha ललिता जी की गुस्से भरी आवाज सुन प्रिया वही ठीठक गई। जैसे उसने अपने कदम आगे बढ़ाए जैसे उसने अपने कदम आगे बढाने से रोके अचानक ललिता जी सामने आ गई। और एक थप्पड उसके ...Read Moreपर जड दिया। सट्टाक . . . . . . . . . . ललिता :- तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई वापस से, कौन था वो आदमी जो तुम्हे होटल से उठा कर ले गया था ? यहा तक की कितनी राते दिन से घर से बहार रही। और वो चेतन तक गायब है। तुमसे इतने साल मे एक चीज कही
priya ki ghar wapsi रुबी हैरानी से अपने गाल पर हाथ रखे उसे देखने लगी। जिस लडकीने उसे कभी उसी आवाज मे बात तक ना कि हो, हमेशा शांत रहने वाली और सॉफ्ट होकर प्रिया ने उसे थप्पड मारा। ...Read Moreने जैसे ही उसे पलटकर थप्पड मारना चाहा तो प्रिया ने उसका हाथ पकड़ लिया। प्रिया :- कोशिश भी मत करना अब तक चुप चाप सुना वो इसलिए क्योकी कहने वाली मेरी मां थी। उन्हे मेरे बारे मे कुछ भी बोलने का हक है। क्योकी उन्होने मुझे जन्म दिया है। पर तुम कौन हो ? और किसने तुम्हे हक दिया
Lalita ji ki jhoti kahani मिस्टर माथुर की नजर आज प्रिया को असहज कर रही थी। मिस्टर माथुर :- that's good miss mehara. अगर आप को कोई प्रोम्बेम ना हो तो क्या मै ये जान सकता हू की आपके ...Read Moreमै क्या हुआ था ? क्योकी मेरे बॉडीगार्ड्स ने बताया की जब आप बहार आई थी। तो ठीक नही लग रही थी। और आपके गालो पर भी कुछ निशान थे। इस एवरी थिंग इस ओल राइट क्योकी अगर नही है तो यू केन टेल मी। यू विल हैंडल इस टाउ। प्रिया ने जैसे ही ये सुना तो वो सब याद
Nisha ka plan . . . . . . जय :- शायद कोई गलत फहमी हुई हो, वो ऐसा नही कर सकती। क्या किसी ने उसे धोखा दिया है या वो किसी बडी प्रॉब्लम मे है। निशा :- हा, ...Read More! जय सही कह रहा है। वो ऐसा कर ही नही सकती। वो हमेशा से सबकी बात मानने वाली और मासूम लडकी है। वो ऐसा कैसे कर सकती है। बात जरूर कुछ और है। ललिता जी ने एक लंबी सांस ली। उनकी आंखे हल्क हल्की सुजी हुई थी। ललिता :- काश ! ऐसा ही होता, पर अफसोस की ये हम
Uff ye Ladka . . . . . . . . ! उसी रात जब वो गहरी नींद मे सो रही थी। तब उसकी साइड मे रखा फोन बज उठा। प्रिया मायूसी से फोन उठाने लगी। हालाकि अब भी ...Read Moreनिंद पूरी तरीके से खुली नही थी। निशा :- हैल्लो ! अभय :- मै बोल रहा हू। निशा :- ये आवाज उफ्फ ! ( मनमे ) ये एक आवाज प्रिया का सूकून लुटने के लिए काफी थी। आवाज सुन कर तुरंत उसकी निंद उड गई। वो झट से बेड पर बैठ गई। अभय :- सो रही थी। प्रिया उसकी आवाज
Ek Anokha Ehsaas अभय के मुह से एक्जाइट लाइन सुन कर प्रिया चौंक गई। प्रिया :- अ . . . . आ . . . . . . आपको कैसे पता ? अभय :- पढी हुई है मै ने ...Read Moreएक बार किसी भी बूक को पढ कर भूलता नही हू मै। अब जाकर प्रिया को अभय की अजीब सी आवाज का मतलब समज आया था। जो उससे बूक का नाम लेते वक्त अभय से जवाब मे महसूस हुई थी। मतलब अभय ने जान बुझ कर बूक के बारे मे उसे नही बताया। अभय :- तो अब मुझे बेवकूफ बनाना
Delivery Boy निशा pregnant है ये सुन प्रिया शॉक हो गई। निशा :- क्या हुआ तु खुश नही है ? प्रिया को उसके पूछे गए सवाल को सुन अपने खुद के दिये रिएक्शन पर अच्छा नही लगा। इसलिए उसने ...Read Moreअपने आप को नोमॅल कर मुस्कुरा दी। प्रिया :- अरे ! नही दीदी मै क्यू खुश नही होगी। बल्कि मै तो बहुत खुश हू। आफ्टर ऑल मै मासी बनने वाली हू। निशा उसकी बात सुन मुस्कुराने लगी। प्रिया ने निशा की तरफ देख एक नजर जय की तरफ देखा। दोनो ही साथ मे कितने खूबसूरत लग रहे थे। प्रिया खुद
Pyaar ka Tohfa अचानक डिलिवरी बॉय आकर प्रिया के केबिन मे आया और खाना निकाल कर रखने लगा। प्रिया को समज नही आ रहा था की जब उसने कुछ मंगवाया ही नही था तो क्यू यहा आया है ? ...Read Moreउसने उसे यहा आने की वजह पूछी। डिलिवरी बॉय :- आप बेफिक्र रहिये ये खाना आपके लिए ही है। तो बस एन्जॉय किजिए और मिस्टर राठौर ने स्पेशली कहा है की आपको ये सब खतम करना है वरना आप आगे की सिचुयेशन के लिए खुद जवाबदार होगी। उसकी बात सुन प्रिया समज गई की ये खाना अभय भिजवाया है। वो